न्यूज़ बस्तर की आवाज़@नारायणपुर, 26 मई 2023 // शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना आज आमजनों के सपने साकार करने वाली योजना बन गयी है। योजनांतर्गत पशुपालकों को गोबर विक्रय से एक ओर अतिरिक्त आमदनी मिली, वहीं दूसरी ओर गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण एवं विक्रय ने महिलाओं को स्वरोजगार का नया जरिया दिया। जिले के गौठानों में संचालित आजीविकामूलक गतिविधियों से स्व सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा गया है, कभी घरेलू कार्यों में व्यस्त रहने वाली ये महिलाएं आज दूसरों को लिए प्रेरणा बनीं हैं। महिलाएं अपनी सफ़लता की कहानी स्वयं बताते हुए कहती हैं कि गौठान गतिविधियों ने उनकी जिंदगी बदल दी है, आर्थिक रुप से मजबूत होकर सक्षम होना बहुत ही सुखद अनुभव है।
ऐसा ही एक उदाहरण पेश कर रही हैं डूमरतराई गौठान का संचालन करने वाली जागरूक महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं, जो निरंतर खाद निर्माण, केचुआ पालन, सब्जी भाजी उत्पादन तथा मुर्गी पालन करने का कार्य कर रहीं हैं। समूह की दीदियों ने बताया कि उन्होंने अब तक कुल 780 बोरा खाद बेचकर कुल 2 लाख 34 रुपए की बिक्री कर चुकी है।