केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने किया खड़कागांव में फलोद्यान पौधरोपण
बागडोंगरी में नवनिर्मित पीएम जनमन सड़क व पीएम आवास का किया निरीक्षण
परीयना दिव्यांग और निःशुल्क जेईई-नीट कोचिंग संस्थान में छात्रों को किया प्रेरित
नारायणपुर, 25 जुलाई 2025 भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री ग्रामीण विकास एवं संचार डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने आज अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान नारायणपुर जिले में विभिन्न योजनाओं और संस्थानों का दौरा किया। अपने दौरे की शुरुआत उन्होंने ग्राम पंचायत खड़कागांव में मनरेगा योजना अंतर्गत व्यक्तिमूलक ब्लॉक पौध रोपण कार्यक्रम से की, जहां पांच किसानों की भूमि पर आम, अमरूद, काजू, नींबू और कटहल के पौधे लगाए गए। यह वृक्षारोपण कार्य कुल 5 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रस्तावित है, जिसमें आज एक हेक्टेयर में रोपण संपन्न हुआ।
इसके पश्चात केंद्रीय राज्य मंत्री ने “प्रधानमंत्री जनमन योजना” के तहत काकोड़ी से बागडोंगरी तक बनी नई सड़क का अवलोकन किया। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता व तकनीकी पहलुओं की जानकारी अधिकारियों से ली। बागडोंगरी में उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित श्रीमती पार्वती पोटाई के नवनिर्मित आवास का निरीक्षण किया और लाभार्थी से बातचीत कर घर में उपलब्ध शौचालय, रसोईघर, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली।
छात्रों के सवालों का आत्मीयता से दिया उत्तर, साझा की सफलता की कहानी
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने एजुकेशन हब गरांजी स्थित ‘परीयना निःशुल्क जेईई-नीट कोचिंग संस्थान’ का निरीक्षण कर वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने इस वर्ष जेईई परीक्षा में सफल छात्रों को शुभकामनाएं दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
छात्रों ने मंत्री से प्रेरणादायक सवाल पूछे – जैसे सफलता का अर्थ क्या है? पढ़ाई में एकाग्रता कैसे बनाए रखें? हतोत्साहित होने पर क्या करें? डॉ. चंद्रशेखर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सफलता सबके लिए अलग-अलग मायने रखती है, कोई नौकरी को सफलता मानता है, कोई सेवा को, कोई पैसा कमाना, तो कोई आत्मनिर्भरता को। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे पहले अपने लक्ष्य को स्पष्ट करें और फिर उसी के अनुसार केंद्रित होकर परिश्रम करें। डिस्ट्रैक्शन से बचने के उपाय पूछने पर उन्होंने छात्रों को मोबाइल से दूरी बनाकर पढ़ाई के समय एक निश्चित दिनचर्या अपनाने की सलाह दी। साथ ही यह भी बताया कि पढ़ाई के समय बार-बार लिखने, समझकर पढ़ने और चित्रों के माध्यम से अभ्यास करने से स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
उन्होंने बच्चों को अपने छात्र जीवन से लेकर मंत्री बनने तक की यात्रा साझा करते हुए बताया कि कठिन परिश्रम, निरंतरता और आत्मविश्वास से कोई भी व्यक्ति जीवन में ऊँचाइयाँ प्राप्त कर सकता है। उन्होंने संस्थान की सराहना करते हुए जिला पंचायत सीईओ सुश्री आकांक्षा शिक्षा खलखो से संस्थान की व्यवस्थाओं जैसे पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष, शिक्षक उपलब्धता तथा चयन प्रक्रिया की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
दिव्यांग विद्यालय में मिला आत्मीय स्वागत, बच्चों की जिज्ञासाओं ने छुआ दिल
इसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री ने परीयना दिव्यांग आवासीय विद्यालय का भी निरीक्षण किया। विद्यालय में दिव्यांग बच्चों ने स्वागत गीत के माध्यम से उनका अभिनंदन किया, जिससे वे अत्यंत प्रभावित हुए। उन्होंने बच्चों को कॉपी-पुस्तक का किट प्रदाय किया और उनसे आत्मीय संवाद किया। बच्चों ने उनसे सवाल किए जैसे, आपको हमारे बीच आकर कैसा लगा? आप सफल कैसे हुए? आईएएस कैसे बनते हैं? इन प्रश्नों के उत्तर में मंत्री ने अपने अनुभव साझा किए और कहा कि ऐसे छात्रों के बीच समय बिताना उनके लिए सौभाग्य की बात है। आईएएस बनने के संबंध में जिला पंचायत सीईओ ने बच्चों को बताया कि कड़ी मेहनत, दृढ़ निश्चय और लगन से कोई भी व्यक्ति आईएएस बन सकता है, दिव्यांग विद्यार्थी भी, बशर्ते वे आत्मबल और निरंतर अभ्यास के साथ आगे बढ़ें।
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक रॉबिंसन गुड़िया, अपर कलेक्टर बीरेंद्र बहादुर पंचभाई, एसडीएम गौतम चंद पाटिल, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार पटेल, सहायक संचालक उद्यानिकी तोषण चंद्राकर सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।