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शिक्षक साझा मंच के बैनर तले कोयलीबेड़ा के सभी शिक्षक संगठनों का चार सूत्रीय मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना

शिक्षक साझा मंच के बैनर तले कोयलीबेड़ा के सभी शिक्षक संगठनों का चार सूत्रीय मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना

प्रदेश के 146 विकासखंडों में 23 संगठनो के शिक्षक हड़ताल पर विद्यालय में पढ़ाई ठप्प
आज दिनांक1/7/2025 को प्रदेशभर के 146 विकासखंडों में एक बार फिर जमकर हड़ताल, सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर जबरदस्त नारेबाजी , शिक्षक स्कूलों में पढ़ाना छोड़ एक बार फिर सड़को पर उतरकर सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद किया।

इसी कड़ी में विकासखंड कोयलीबेड़ा के सभी बड़े शिक्षक संगठन के शिक्षक शिक्षक साझा मंच के बैनर तले पखांजूर में तहसील कार्यालय के सामने कर्मचारी समिति के डोम पंडाल पर अपने चार सूत्री मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना पर बैठे हैं एवं धरना प्रदर्शन समाप्ति के पश्चात रैली निकालकर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी पखांजुर को सौपे हैं। इससे पहले अपने चार सूत्रीय मांग-
1. विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण को रद्द कर 2008 का सेटअप लागू किया जावे
2. सोना साहू प्रकरण के आधार पर सभी पात्र शिक्षकों शिक्षिकाओं को क्रमन्नति एवं समय मान वेतनमान प्रदान करने की जनरल आदेश दिया जावे
3. शिक्षक पदोन्नति में बी.एड. की अनिवार्यता को शिथिल किया जावे
4. प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता की गणना कर शिक्षकों को पूर्ण पेंशन प्रदान किया जावे

के बारे में साझा मंच के संचालको ने अपने विचार व्यक्त किये, सरकार के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए जोरदार नारेबाजी की एवं आंदोलन को आगे भी जारी रखने का बात कही।

आंदोलन की संचालको ने कहां है कि वर्तमान में चल रहे विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण को रद्द कर 2008 की सेटअप के तहत विद्यालय में शिक्षकों की व्यवस्था की जाए और युक्तियुक्तकरण जो भी अधिकारी भ्रष्टाचार किए हैं उनके विरुद्ध अनुशंसात्मक कार्यवाही किया जावे, शिक्षिका सोना साहू के तर्ज पर एरियर्स राशि सहित क्रमोन्नति वेतनमान प्रदान किया जावे, प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर पुरानी पेंशन बहाली सहित संपूर्ण लाभ, पदोन्नति में डीएड को भी मान्य किए जावे।
साझा मंच के संचालकों ने बताया कि डीएड योग्यताधारी शिक्षकों को भी व्याख्याता एवं प्राचार्य के पदों पर पदोन्नति दी जाए। इसी प्रकार वर्तमान में हुए युक्त व्यक्तीकरण में सेटअप 2008 का पालन नहीं किया गया है।बहुत सारी खामियां हैं, प्राथमिक शाला से शिक्षकों की संख्या 3 से घटकर दो कर दी गई है। मिडिल, हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में भी एक-एक शिक्षकों की कटौती कर दी गई है। इस प्रकार प्रदेश के स्कूलों में लगभग 57,000 शिक्षकों के पदों को एक झटके में समाप्त कर दिया गया है हजारों पुरानी स्कूलों को बंद कर दिया गया।साझा मंच के संयोजक मंडल ने स्पष्ट और दो टूक शब्दों में कहा है कि सरकार उनकी मांगों को और हड़ताल को हल्के में न ले अन्यथा प्रदेश भर के समस्त स्कूलों में तालेबंदी कर सभी शिक्षक अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाएंगे जिनकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

आज के इस धरना प्रदर्शन में भोला प्रसाद, ठाकुर ,प्रकाश चौधरी,कृष्णेन्दु आईच, प्रकाश कांगे, गणेश दास, रंजीत कर, अशोक मृधा, श्रीमती बलविंदर कौर, लालमन पटेल, गौतम मंडल वरुण कीर्तनिया, सुनील मंडल, निमाई पाल ,कृष्ण पाल राणा, राजकुमार साक्षी, कृष्ण पाल राणा, अजीत ठाकुर, चंदूलाल साहू, लोकेश्वर साहू, खेलू राम ध्रुव, भुवनेश्वर सिन्हा, श्रीमती पिंकी ठाकुर, नारायण पटेल ,विभूति भूषण कुंडू, सुमा मंडल, लता बघेल, रीना तारम, जगदीश चक्रवर्ती, ईश्वरी साहू ,प्रीति मानकर खिलेश्वरी सिवान, अनीता पटेल, भारती सोम, दीपा पटेल, अलका कोषमा, रूपा मरकाम ,संजू कर, राजकुमार जांगड़े शाहित सैकड़ो की संख्या में शिक्षक साथी उपस्थित थे

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