न्यूज़ बस्तर की आवाज़@जगदलपुर,8 अगस्त 2023/ जगदलपुर से 10 किमी दूर ग्राम रामपाल में रामायण काल की प्रभु श्री राम जी द्वारा वनवास काल दौरान शिवलिंग स्थापित है। सावन के पवित्र माह के शुरुआत मे विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल ने कावड़ यात्रा जगदलपुर से देवड़ा शिव मंदीर तक विगत वर्ष समरूप निकाली गयी थी। इस सावन सप्ताह में जगदलपुर से रामायण कालीन मंदीर रामपाल शिव मंदीर तक तक कावड़ यात्रा निकाली गयी, जिसमें हजारों की संख्या में शिव भक्त सम्मिलित हुए । विहिप जिला प्रचार प्रसार प्रमुख रोहन कुमार ने बताया की यह रामायण कालीन मंदीर होने की पुष्टी दिल्ली के श्रीराम सांस्कृतिक शोध संस्थान के विशेषज्ञों ने की है। यह शोध संस्थान ५० सालों से श्री राम के वनवास पर शोध कर रहे हैं। इसी शोध में यह जानकारी मिली है। व धीरे-धीरे शिवलिंग की लंबाई बढ़ रही है,पंचायत करनपुर के आश्रित ग्राम रामपाल में करीब ३८ धाकड़ ठाकुर के परिवार रहते है। पूरा गांव राम और शिव भगवान की पूजा में लीन रहते है। शिवलिंग की पूजा ठाकुर परिवार सेकड़ो वर्षो से पीढ़ी दर पीढी करते आ रहे,शिवलिंग में पहले कई गड्ढे भी थे जो समय के साथ भर गए ।
श्री रोहन कुमार ने बताया की मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए परिसर की खोदाई की गई। इस दौरान पुराने ईट, पत्थर और एक घंटी मिली है। इस घंटी में 1862 और लंदन लिखा हुआ है। शोधकर्ताओं से मिली जानकारी के अनुसार तत्कालीन ब्रिटिश राज्यपाल ने यह घंटी मंदिर में चढ़ाई थी। इससे ज्ञात पड़ता है की लिंगेश्वर् शिव मंदीर की पूजा व आशीर्वाद प्राप्त करने ब्रिटिश भी यहाँ आया करते थे।
विहिप नगरनार प्रखंड अध्यक्ष व रामपाल मंदीर के मुख्य पुजारी कैलाश ठाकुर ने कहा कावड़ यात्रा सनातन जागरण के उद्देश्य से महादेव घाट इंद्रावती नदी से जल लेकर, प्राचीन रामायण कालीन शिव मंदीर रामपाल में जाकर भक्तों के द्वारा जलाभिषेक कर भगवान शिव का आशीर्वाद लियाl और श्री ठाकुर ने सुरक्षा व व्यवस्था मे लगे पुलिस प्रशासन,बजरंगदल,समाज सेवियों व जगह जगह कावड़ियों के स्वागत करने वाले समाज प्रमुखों को आभार प्रकट करता हु ।
इस यात्रा में विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल,मातृशक्ति सहित समाज सेवी व खंड प्रखंड के बजरंगी उपस्तिथ थे ।