न्यूज़ बस्तर की आवाज @नारायणपुर, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के करीब आते ही जिले में लगातार हड़तालों का दौर शुरू हो गया है,पिछले 5 दिनों से स्वास्थ्य विभाग के सभी पैरामेडिकल स्टॉफ, स्टॉफ नर्स, मेडिकल, लैब टेक्निशियन, ड्रेसर, वार्ड बॉय, वार्ड आए। , ए.एन.एम एवं अन्य कर्मचारी अपने साथियों को लेकर संविदा कर्मचारियों एवं नियमित कर्मचारी भी सरकार से आर पार की लड़ाई में लगातार पांचवे दिन भी हड़ताल पर हैं वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में मरीज भी बीमारी और अव्यवस्थाओं से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं हालात को देखते हुए इन दोनों के मध्य अस्पताल प्रबंधन वैकल्पिक व्यवस्था कर लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जी जान से जुटा हुआ है ।
नारायणपुर जिले में 300 से अधिक संविदा एवं नियमित कर्मचारियों की हड़ताल पर चले जाने से चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है, अस्पताल में प्रयाप्त कर्मचारियों की कमी पहले से ही थी मगर अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते मरीजो को उपचार के लिए अधिक परेशान होना पड़ रहा है, पैरामेडिकल स्टाफ की कमी एवं स्टाफ नर्स की कमी के कारण विभिन्न परिस्थितिया उत्पन्न हो रही है, एक्सरे सोनोग्राफी, खून जांच जैसे कार्य जो अस्पताल में भर्ती हैं उनके लिए एवं बाहर से आए मरीज का इलाज के लिए जिला अस्पताल नारायणपुर से जांच की जा रही है। कर्मचारियों के अवकाश के कारण सफाई व्यवस्था भी चरमराया जा रहा है, लिहाजा मरीज और समूचे अस्पताल प्रबंधन पर विकट संकट आन पड़ा है |
मरीज़ों को सुविधा देने के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन मुस्तैद
स्थिति पर काबू पाने नारायणपुर जिला अस्पताल प्रबंधन ने रेगुलर कर्मचारियों की टीम से सफाई से लेकर इलाज तक की वैकल्पिक व्यवस्था की है ताकि मरीजों को दवाओं से लेकर अन्य दिगर सुविधा उपलब्ध हो सके वैसे कम लोगों से इतने बड़े अस्पताल संभालना हालातों पर काबू पाना किसी जोखिम से कम नहीं। वहीं मेडिकल नर्सिंग कोर्स कर रहे स्टूडेंट भी भर्ती मरीजों को सेवाएं दे रहे हैं टीमवर्क पर कार्य हो रहा है जटिल ऑपरेशन भी मेडिकल अफसरों के द्वारा किया जा रहा है रेगुलर डॉक्टर तीन पारियों में बराबर सेवाएं दे रहे हैं।
सिविल सर्जन द्वारा अनियमित कर्मचारियों, (एन.एच.एम./डी. एम.एफ/संविदा/कलेक्टर दर) को 24 घंटे के भीतर कार्य पर उपस्थित होने का दिया गया अल्टीमेटम अन्यथा सेवा समाप्ति कार्यवाही की चेतावनी दी गई, खास बात यह है कि संविदा कर्मचारी, सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी संघ के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए है वही नियमित कर्मचारी छतीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर, किंतु सिविल सर्जन को इस संबंध कोई जानकारी नही है, उनके द्वारा जारी किया गया अल्टीमेटम आदेश से संविदा एवं नियमित कर्मचारी भी संशय में है कि यह आदेश किसके लिए है, जिस कारण आदेश के 72 घंटे बीतने के बाद भी किसी भी कर्मचारी द्वारा अपने काम पर वापस नही लौटा गया है।
सिविल सर्जन अस्पताल अधीक्षक डॉ विनोद भोयर ने की जनता से सहयोग की अपील
नारायणपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ भोयर ने संपादक को चर्चा में बताया और जनता से यह अपील भी की है कि स्ट्राइक को ध्यान में रखते हुए विषम परिस्थितियों में सहयोग दें ताकि जटिल व्यवस्था पर काबू पाया जा सके भर्ती मरीजों को आवश्यकता के अनुरूप जांच किया जा रहा है बाहरी मरीजों के लिए यह अभी बंद है परिस्थितियों को समझते हुए सहयोग की अपील सिविल सर्जन ने की है l
- क्या कहते हैं सीएमएचओ डॉ कुंवर
नारायणपुर मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ टी.आर. कुँवर ने वर्तमान में अस्पताल की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इमरजेंसी के लिए व्यवस्था करके रखा गया है अगर स्ट्राइक और लंबा चला तो संभाल पाना मुश्किल है स्थिति अनियंत्रित हो जाएगी। मेडिकल यूनिट टीम वर्क पर कार्य कर रही है यह कोशिश है भर्ती मरीज को बेहतर सुविधा और इलाज मिले ।