बस्तर की लोक कला एवं संस्कृति को उचित पहचान दिलाने व स्थानीय कलाकारों उचित मंच दिलाने की ओर “नाट” संस्था सतत प्रयासरत रहती है। इसी उद्देश्य से स्थानीय कलाकारों के द्वारा “नाट” नामक संस्था का गठन किया गया था जो स्थानीय कलाकारों को विभिन्न स्तरों पांच उपलब्ध कराने की ओर सतत कार्यरत है।
गौरतलब है कि “नाट” के तत्वाधान में बीते दिनों “प्रयास” नामक टेली फिल्म की शूटिंग पूरी की जा चुकी है जिसमें बस्तर में व्याप्त बालश्रम जैसी कुरुति पर नाट एवं दूरदर्शन की संयुक्त तत्वाधान में एक सारगर्भित टेलीफिल्म का निर्माण किया गया है। इस टेलीफिल्म में यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि कोई भी बच्चा बाल श्रम करने के लिए क्यों मजबूर होता है, क्यों विवश होता है और किन परिस्थितोयों के वजह से बालश्रम करने हेतु प्रेरित होता है। शासन-प्रशासन बाल श्रमिकों, बाल मजदूरों के ऊपर कार्यवाही कर इतिश्री कर लेती हैं किंतु उचित समाधान ना होने के अभाव में बाल श्रमिक एवं उनके परिजन दोनों ही परेशान होते हैं..