न्यूज़ बस्तर की आवाज़@जगदलपुर 18 अगस्त 2023/ खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम द्वारा जगदलपुर शहरी क्षेत्र में अमानक मिठाईयों की निर्माण स्थल से राजगीरा चिकी, सोनपापडी, नारियल लड्डू एवं बर्फी, गुलाब जामुन आदि का नमूना लेकर खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है। यहाँ मिठाईयां प्लास्टिक के जार में भरकर पैक किया जा रहा था किन्तु संबंधित जार में निर्माता फर्म का नाम, निर्माण तिथि, उपयोग एवं अवसान तिथि घटकों के नाम, लाइसेंस नम्बर आदि किसी भी तथ्य को उल्लेखित नहीं किया गया था। अतएव अमानक एवं असुरक्षित खाद्य पदार्थ होने की आशंका के आधार पर उक्त पदार्थों का नमूना संकलित किया गया है।
उपसंचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन जगदलपुर से मिली जानकारी के अनुसार जगदलपुर शहर में इस प्रकार प्लास्टिक जार में बिना लेबल वाले अमानक मिठाईयों के विक्रय का बड़ा थोक बाजार है जो ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे दुकानदारों को उक्त मिठाई बेचते हैं। ग्रामीणजन एवं बच्चे चिल्हर में एक या दो रूपए में यह मिठाई खरीद कर खाते हैं। चूंकि जार के लेबल में खाद्य पदार्थ के निर्माण तिथि, उपयोग की तिथि घटकों के नाम एवं निर्माता फर्म के पूर्ण पत्ता का उल्लेख नहीं होता. ऐसे में यह जानकारी उपभोक्ता को नहीं मिल पाती कि ये मिठाई किस चीज से बनी है एवं कब बनी है। जाहिर है कि इस प्रकार की मिठाई का उपयोग सेहत के लिए बहुत अधिक खतरनाक होता है। आगामी रक्षाबंधन त्यौहार में इस प्रकार की अमानक मिठाई का यह बाजार बढ़ने से रोकने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सतर्क है एवं इस प्रकार के विक्रेताओं पर कड़ी कार्यवाही करने हेतु नियमित रूप से कान्फेक्शनरी के थोक दुकानों और मिठाई दुकानों में निरीक्षण तथा सैम्पल लेने की कार्यवाही जारी रहेगी। आगामी रक्षाबंधन त्यौहार को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम द्वारा जिले के सभी क्षेत्रों के मिठाई दुकानों तथा कान्फेक्शनरी के थोक दुकानों में विशेष रूप से निगरानी जारी रहेगी। यदि खाद्य सामग्री के लेबल में निर्माता फर्म का पूर्ण पता एवं खाद्य पदार्थ के निर्माण व उपयोग की तिथि उल्लेखित नहीं पाई जाएगी तो संबंधित विक्रेता की पूर्ण जिम्मेदारी मानते हुए संबंधित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।