राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से रूकमणी हो रही आर्थिक रूप से सशक्त
लालसुहनार के साधूराम की कहानी बनी मिसाल
नारायणपुर, 14 जुलाई 2025 राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और उद्यानिकी विभाग की योजनाओं का लाभ लेकर जिले के ग्राम लालसुहनार के कृषक श्री साधूराम करंगा ने खेती को लाभ का जरिया बना लिया है। कभी परंपरागत खेती करने वाले साधूराम आज आधुनिक तकनीक से खेती कर अपनी आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि कर रहे हैं। यह परिवर्तन न केवल उनके जीवन में आर्थिक सशक्तिकरण लेकर आया है, बल्कि गांव के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बना है।
साधूराम पहले पारंपरिक खेती के भरोसे ही जीवन यापन कर रहे थे। लेकिन जब उन्हें उद्यानिकी विभाग की योजनाओं की जानकारी मिली, तो उन्होंने ड्रिप सिंचाई पद्धति और मल्चिंग जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाया। विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में उन्होंने टमाटर, बैगन और लौकी जैसी सब्जियों की खेती मल्चिंग विधि से शुरू की। इस नई तकनीक से उन्होंने न केवल पानी की बचत की, बल्कि फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में भी सुधार हुआ। साधूराम ने ओरछा, छोटेडोंगर और नारायणपुर के स्थानीय बाजारों में अपनी सब्जियों को बेचकर लगभग 1 लाख 50 हजार रूपये की वार्षिक आमदनी प्राप्त की है। यह आमदनी पहले की तुलना में काफी अधिक है और इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आया है।
साधूराम की यह सफलता आसपास के किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। अब गांव के अन्य किसान भी मल्चिंग और आधुनिक उद्यानिकी पद्धतियों को अपनाने की इच्छा जता रहे हैं। उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग से ग्रामीण क्षेत्र में किसानों की आय में वृद्धि हो रही है।