न्यूज बस्तर की आवाज़@सुकमा, 3 जुलाई 2024/ सुकमा के लोकप्रिय नेता जिला पंचायत के अध्यक्ष हरीश कवासी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए मीडिया को बताया कि देश की राजनीति संविधान से चलती थी, देश की राजनीति जनहित के मुद्दों पर चलती थी, देश की राजनीति नीतियों पर चलती थी परंतु 2014 के बाद से अगर देखें तो देश की राजनीति धर्म से चलने लगी है । 2024 के चुनाव के पहले तक नरेंद्र मोदी और उसकी सरकार को बहुमत अहंकार था और इस बहुमत के अहंकार में मदमस्त मोदी सरकार खूब धर्म की राजनीति करी लेकिन अब समय बदल चुका है 2024 का परिणाम नरेंद्र मोदी को और उसकी सरकार को अपाहिज बना चुका है। अब नरेंद्र मोदी और उसकी सरकार के जो दो बैसाखी हैं वह सेकुलर विचारधारा के हैं, अब चाह के भी मोदी धर्म की राजनीति नहीं कर सकते और अब जो विपक्ष है वह विपक्ष इतना मजबूत है की सड़क से लेकर संसद तक मोदी सरकार को उसके 10 साल के किए कारनामों पर आइना दिखा रहा है और उसे विपक्ष का नेतृत्व भी वह नेता कर रहा है जिसने देश को धर्म की राजनीति से निकलकर मुद्दों की राजनीति में, नीतियों की राजनीति में और संविधान की राजनीति में वापस लाया है ।
आज राहुल गांधी ने संसद में धर्म की राजनीति करने वालों को धर्म का असली पाठ पढ़ाया तो मोदी और शाह से लेकर नारंगी अंधभक्त तिलमिला उठे। राहुल गांधी ने स्पष्ट शब्दों में कहा हिंदू धर्म में नफरत, हिंसा, डर और डराने का कहीं जिक्र नहीं है लेकिन मोदी सरकार और भाजपाई सिर्फ और सिर्फ डर नफरत और डरने डराने का कार्य करते आए हैं। राहुल गांधी ने यह बात देश और दुनिया के हिंदुओं के लिए नहीं बल्कि भाजपा के उन हिंदुओं के लिए कही जो यह कार्य करते हैं इसीलिए भाजपाई तिलमिलाए हैं। राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट कहा कि नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं है,भाजपा पूरी हिंदू समाज नहीं है, आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है बावजूद इसके देश के हिंदुओं को भड़काने उकसाने और लड़वाने के लिए भाजपा यह प्रोपेगेंडा चल रही है परंतु देश की जनता आज भाजपा के हर प्रोपेगेंडा को समझ चुकी है इसीलिए आज राहुल गांधी के खिलाफ सड़कों पर देश का हिंदू नहीं है बल्कि भाजपा का वह नफरत फैलाने वाले किराए के लोग है जो चाहते ही नहीं की देश एक जुट रहे, देश में शांति रहे देश में भाईचारा रहे।