कलेक्टर की उपस्थिति में आयोजित किया गया पालक-शिक्षक मेगा बैठक
माता पिता ही बच्चों के होते हैं प्रथम शिक्षक, शिक्षा ही ऐसा हथियार है जो जीवन के बदलाव एवं स्वस्थ समाज निर्माण के लिए बेहद जरूरी है – कलेक्टर
विद्यार्थी बचपन से ही किसी एक क्षेत्र में पारंगत होकर अपने भविष्य को सफल बना सकते हैं
नारायणपुर, 06 अगस्त 2025 छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार बच्चों के शारीरिक मानसिक एवं संर्वागिण विकास के लिए विद्यालय एवं पालकों के मध्य सकारात्मक वातावरण एवं बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए बच्चों की संपूर्ण गतिविधियों को अवगत कराने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में पालक-शिक्षक मेगा बैठक आयोजित किया गया, जिसके तहत् जिले में आज शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बंगलापारा में कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं की उपस्थिति में पालक-शिक्षक मेगा बैठक आयोजित किया गया।
कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने मेगा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि माता पिता ही बच्चों के होते हैं प्रथम शिक्षक, उनके बताये हुए राह पर चलकर अपने जीवन को साकार करने के लिए शिखर तक पहुंचने में शिक्षकों का महत्वपूर्णं योगदान होता है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा की माता पिता के बताए रास्ते पर चल कर अपने जीवन को सफल बनाने कई कठिन परिस्थितियों का समना करते हुए सफलता मिलती है, जिसमें शिक्षक के साथ-साथ माता पिता का भी बहुत बढ़ा योगदान होता है। कलेक्टर ममगाईं ने पालक सम्मेलन में उपस्थित पालको से आव्हान करते हुए कहा कि स्कूल से घर जाने के बाद अपने बच्चों को कम से कम आधा घण्टें पढ़ाई के संबंध में चर्चा करें, जिससे बच्चों में पढ़ाई के संबंध में रूचि बढ़ने लगेगा। कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों के द्वारा कलेक्टर बनने के बारे में जानकारी पूछा? उनका जवाब देते हुए कलेक्टर ममगाईं ने कहा कि माता पिता ही बताए राह पर चल कर मैनें नियमित रूप से समाचार प्रत्र पत्रिकाओं अध्ययन किया और विषय का चयन अपने रूचि के अनुसार करना पढ़ता है, साथ ही कठिन परिश्रम ही अपने सपना को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान है। स्वंय ही अपने सपना को साकार करने में कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है।
जिले में विद्यार्थियों को शिक्षा गुणवत्ता से जोड़ने के लिए जिले के प्राथमिक शालाओं में पोषण आहार नास्ता का शुभारंभ किया गया हैं, जिससे स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ेगा और शिक्षा में गुणवत्ता का विकास होगा। शिक्षकों की कमी को देखते हुए अतिथि शिक्षकों का पदस्थापना किया गया है। कार्यक्रम को शाला प्रबंधन समिति के सदस्य रीना मण्डल, कृति पोटाई, सेवा निवृत्त शिक्षक जीएम देवांगन और कन्या शाला के प्राचार्य एके स्वर्णकार के द्वारा संबोधित किया गया।
जिले में शिक्षा सर्त् 2025-26 में पालक शिक्षक की बैठक तीन बार आयोजित किया जाएगा। प्रथम बैठक पालक – शिक्षक मेगा बैठक संकुल स्तर पर 6 अगस्त को आयोजित होगी, द्वितीय बैठक विद्यालय स्तर पर तिमाही परीक्षा के बाद 10 दिवस के भीतर तथा तृतीय बैठक छःमाही परीक्षा के बाद 10 दिवस के भीतर आयोजित की जाएगी।
विद्यालय में आयोजित की जाने वाली पालक शिक्षक बैठक का उद्देश्य बच्चों के शारीरिक मानसिक एवं सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय एवं पलकों की बिच बेहतर संबंध स्थापित करना बच्चों की संपूर्ण गतिविधियों से पालको को अवगत कराना है, जिससे बच्चों को सतत् प्रेरणा एवं उचित मार्गदर्शन मिल सके। शिक्षक एवं पालकों के संयुक्त प्रयास से बच्चों में पढ़ाई के प्रति सकारात्मक वातावरण बनाना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ड्रॉप आउट रोकने के लिए पालकों की भूमिका सुनिश्चित करना साथ ही बच्चों की काउंसलिंग करते हुये उन्हें परीक्षा के तनाव से मुक्त कराना है। कार्यक्रम में शिक्षक शिक्षिकाएं एवं बड़ी संख्या में पालकगण और छात्र छात्राएं उपस्थित थे।