कांग्रेस के सभी विंग नेताओं पर भारी एनएसयूआई छात्र नेता
विपक्षी राजनीति अन्य दल सहित छात्र नेता भी सड़क मरम्मत को लेकर लगे है श्रेय लेने की होड़ में
चुनावों में लगातार हार से ठंडे पड़े कांग्रेसियों के तेवर,छात्र नेता ने संभाली कमान
जिले में अकेले निभा रहे है विपक्ष की भूमिका, बड़े बड़े नेताओं ने मानी हार ?
जिला कांग्रेसियों ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जयंती में श्रद्धांजलि देना भी भूले, जिले में कांग्रेस हुआ निष्क्रिय, सत्ता का मोह में सब काट रहे वनवास
नारायणपुर- आज कल जिले में एक तरफ पूरा विपक्ष पार्टी तो दूसरे तरफ छात्र नेता विरोध करते नजर आ रहे है, लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से और ज्ञापन देने के मामले में इनमें समझो एक होड़ सी लगी हुई है। कांग्रेस , आम आदमी पार्टी, सीपीआई अन्य विपक्षी दल सहित एन एस यू आई नेता कांग्रेस पार्षद अपनी अलग अलग बात दावा कहते नजर आ रहे है कोंडागांव नारायणपुर रोड में चल रहे सड़क निर्माण कार्य में हो रहे मरम्मत कार्य को लेकर अपने अपने दावे पेश कर श्रेय लेने की होड़ सी लगा रखी है।
सच्चाई तो ये भी है कि जिले के कुछ पत्रकारों के द्वारा भी सड़क निर्माण में हो रहे लापरवाही की प्रमुखता से इस खबर को आगे लाया गया जिस पर जिला प्रशासन द्वारा तत्काल कार्यवाही की गई।
पिछले डेढ़ वर्षों में देश- प्रदेश का राजनीतिक माहौल पूरी तरह से कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टी के प्रतिकूल रहा है। बात चाहे विधानसभा,लोकसभा चुनाव की हो या नगरीय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की हर चुनाव में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी। ऐसे में स्वाभाविक है,कि कांग्रेसी नेताओं के तेवर पूरी तरह से ठंडे पड़ गए हैं। भूपेश सरकार में सप्लाई और ठेकेदारी करने वाले नेता अब भाजपा के खेमे में किसी तरह से घुसपैठ की तैयारी में लगे हैं,तो वहीं कट्टर कांग्रेसी नेता भाजपा की दमनकारी नीति से डरकर घर में दुबक कर बैठने को मजबूर हैं। नारायणपुर जिले की राजनीतिक समीक्षा करें,तो विधानसभा चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हार के साथ ही बीते 25 साल में पहली बार नगरीय निकाय का चुनाव हारने वाली कांग्रेस ने अपने किले का आखिरी किल भी गंवा दिया है। फिलहाल नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति से भी जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लॉक कांग्रेस, शहर कांग्रेस,महिला कांग्रेस और युवा कांग्रेस में जोश नजर नहीं आ रहा।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ने संभाला मोर्चा
कांग्रेस का छात्र विंग एनएसयूआई हमेशा ही छात्र हित और बेहतर शिक्षा के मुद्दे पर ही आवाज उठाते नजर आता है,लेकिन नारायणपुर जिले में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विजय सलाम इन दिनों अपने कार्यक्षेत्र की लक्ष्मण रेखा लांघकर जिले के सभी मुद्दों पर आवाज उठाते दिखाई दे रहे हैं। फिर बात चाहे जिले की लचर स्वास्थ सुविधा, खराब सड़क,बिजली-पानी की समस्या की हो या सभी निर्माण एजेंसियों में हो रहे कार्यों और विभिन्न विभागों में सप्लाई की।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विजय सलाम द्वारा अंतागढ़- नारायणपुर- कोंडागांव मार्ग के जर्जर अवस्था को लेकर भी सबसे पहले आवाज उठाया और अगले दिन कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की योजना बना रहे थे, लेकिन इससे पार्टी की किरकिरी होता देख जिला कांग्रेस कमेटी ने आनन-फानन में ज्ञापन सौंप दिया, इससे पहले भी छात्र नेता ने कांग्रेस से पहले ही छोटेडोंगर अस्पताल का दौरा किया और माइंस के गाड़ियों के खिलाफ भी आवाज उठाया। इसके अलावा छात्रावासों में पलंग-गद्दा सप्लाई सहित अन्य कई ऐसे मामले को लेकर मंत्री, अधिकारी और सप्लायर को घेरते हुए भाजपा सरकार को कोसने का काम छात्र नेता विजय सलाम द्वारा लगातार किया जा रहा है। इसे शहर,ब्लॉक और जिला कांग्रेस कमेटी की निष्क्रियता कहें या फिर खामियां जो दमदारी से इन मामलों को आगे नहीं ला पा रही है।
भाजपाइयों का दुलार, कांग्रेसियों से फटकार
सूत्रों की मानें तो स्थानीय भाजपा नेताओं के बीच भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस कारण कुछ भाजपाइयों द्वारा छात्र नेता विजय सलाम को स्थानीय विधायक मंत्री और बीजेपी के खिलाफ मुद्दा देकर हथियार बनाकर इस्तेमाल किया जा रहा है।वहीं कांग्रेस की आपसी तालमेल की कमी का भी फायदा सरकार के कई नेता द्वारा लिया जा रहा है। छात्र नेता के सहारे ही अब जिला कांग्रेस की विरासत चल रही हैं। जिले के कुछ बीजेपी नेताओं ने ये भी आरोप लगाया है कि छात्र नेता विजय सलाम द्वारा छात्र हित के मुद्दे में कम और दूसरे मुद्दे में ज्यादा मेहनत करते नजर आते है, और ये क्यों और किस लिए करते है ये आप सब भी समझदार है।
इससे पहले भी कई बार बहुत से विभागों और कई सप्लायरों के खिलाफ बेबुनियाद मुद्दा उठाकर बदनाम करने का काम तो किया पर अंत में इसका कोई ठोस परिणाम भी नहीं निकला,
बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है कांग्रेस अपने छात्र नेता को मोहरा बना कर उसे आगे कर सरकार की बदनाम कर सिर्फ मलाई खाने का काम कर रही है।
बीजेपी के नेता ने कहा कि छात्र नेता को अपना छात्र संगठन का स्थापना दिवस तक याद नही आई, पर किस विभाग में क्या सप्लाई कार्य होने है उसकी जानकारी पहले ही पहुंच जाती है।
बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने सूत्रों के माध्यम से कहा कि पार्टी के भीतर विभीषणों की पहचान कर हम उन पर जल्द ही ठोस कार्यवाही करेंगे जो ऐसी मानसिकता आगे कर प्रदेश के यशस्वी मंत्री सहित सरकार के खिलाफ षड्यंत्र कर कांग्रेसियों के साथ मिलकर सरकार को ही बदनाम करने का कार्य कर रहे है।
जहां कांग्रेस पार्टी को अपनी विपक्ष की भूमिका पूरे ईमानदारी से आम जनता के हितों के लिए करनी चाहिए, तो वहीं छात्र नेता के कंधों के सहारे गंदी राजनीति करने में लगी है , कांग्रेस को ऐसे हरकतों से बाज आनी चाहिए। खैर कांग्रेस की परिक्रमा की राजनीति में सब संभव है।
आने वाले दिनों में जिले के कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टीओ की सरकार और उनके द्वारा हो रहे कार्यों में अनियमितता को लेकर क्या रणनीति होगी ये बड़ा सवाल बना हुआ है। जिले में बीजेपी की ट्रिपल इंजन वाली भाजपा सरकार काबिज है। अब देखना होगा कि कांग्रेस अपनी विपक्ष की भूमिका दमदारी से निभाएगी या फिर से छात्र नेता के सहारे ही विरासत चलाएगी। वहीं कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टी के कार्यों का भी विश्लेषण देखने योग्य रहेगा।