परिवहन संघ की लड़ाई में अब राजनीतिक दखल,तीन दलों के नेताओं नें कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
परिवहन संघ की कार्यकारिणी पर लगा परिवारवाद का आरोप
जाँच पूर्ण होने तक नये ट्रकों की अनुमति पर रोक लगाने की मांग
नारायणपुर मालक परिवहन संघ के पदाधिकारियों की आपसी लड़ाई कुछ दिन पहले खुल कर सामने आ चुकी है। अध्यक्ष- सचिव के बीच कई मुद्दों पर आपसी सहमती न बन पाने से धीरे-धीरे विवाद गहराता गया। इस लड़ाई में कई चीजें सार्वजानिक हुई,जिसके बाद अब इस लड़ाई में जिले के तीन राजनीतिक दलों के नेताओं नें कलेक्टर के नाम एडीएम वीरेंद्र बहादुर पंचभाई को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बिसेल नाग,सीपीआई के जिला सचिव फूलसिंह कचलाम और आम आदमी पार्टी के लोकसभा अध्यक्ष नरेंद्र नाग नें नारायणपुर मालक परिवहन संघ की कार्यशैली पर राजनीतिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में संघ के संरक्षक, प्रबंध कारिणी और कार्यकारिणी में शामिल अधिकतर लोग बीजेपी से जुड़े हुए हैं। साथ ही संघ द्वारा जारी ट्रकों की अनुमति में व्यक्तिवाद और परिवारवाद देखने को मिल रहा है। संघ के आम सदस्यों के पास जहाँ सिर्फ एक -एक ट्रक है, वहीं संघ के पदाधिकारियों और रसूखदारों के पास 10-11 ट्रक है। जिले के समस्त खनिज सम्पदा पर सभी जिलेवासियों का समान हक है,लेकिन संघ में आम सदस्यों के समानता के अधिकार का हनन किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार संघ द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था,कि वर्ष 2005 के पूर्व से जिले में निवासरत लोगों को ही परिवहन संघ की सदस्यता दी जाएगी, लेकिन अपने लाभ के लिए पदाधिकारियों द्वारा नियमों को ताक में रखकर कई बार अन्य लोगों को भी सदस्यता दी गयी। नेता त्रय ने आगे कहा कि नारायणपुर मालक परिवहन संघ और बुढादेव अंजरेल माइंस श्रमिक विकास समिति के कुछ पदाधिकारी आर्थिक लाभ के लिए आपसी सहमति से अपनी- अपनी गाड़ियां संघ-समिति में लगा रहे हैं। मालक परिवहन संघ के कुछ खास सदस्यों की टिप्पर अंजरेल माइंस में लगी हुई है और बुढादेव समिति के चंद लोगों की ट्रक संघ द्वारा संचालित हैं। जिले में संचालित सभी लोह अयस्क के खदानों में चंद रसूखदारों का ही कब्जा है। जिससे जिलेवासियों में नाराजगी देखने को मिल रही है। मलिक परिवहन संघ के हिसाब-किताब में प्रारम्भ से ही भारी गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए भविष्य में जिले में अराजकता का माहौल बनता नजर आ रहा है। नेता त्रय ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है,कि जिला प्रशासन द्वारा यदि इस विषय को गंभीरता से लेते हुए समस्त सदस्यों के ट्रकों की संख्या,प्रारंभ से लेकर अब तक के हिसाब- किताब और सत्ता पक्ष की स्थानीय नेताओं के कारण हो रहे राजनीतिकरण पर उचित कार्रवाई करते हुए दोषियों पर जल्द से जल्द कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि शांति प्रिय जिला नारायणपुर में अराजकता का माहौल निर्मित ना हो, साथ ही मामले की जांच होने तक नये ट्रकों की अनुमति पर भी रोक लगाने की मांग की गई है। उचित कार्रवाई न होने की स्थिति में नगर बंद, चक्का जाम और लौह अयस्क का परिवहन रोकने की बात भी कही गई।