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नारायणपुर : उच्च प्राथमिक शाला बम्हनी में टी.एल.एम. एव विज्ञान गणित किट (मॉडल ) देख संकुल के बच्चे और शिक्षक हुए प्रभावित

राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के अंतर्गत प्रदर्शन शाला के रूप में हुनर का झोला प्रदर्शनी का भव्य आयोजन


न्यूज बस्तर की आवाज @ नारायणपुर 27 फरवरी 2024/ जिले के उच्च प्राथमिक शाला बम्हनी में राज्य परीयोजना कार्यालय के निर्देशन पर समग्र शिक्षा द्वारा चयनित डेमोस्ट्रेशन स्कूल मे गणित एवं विज्ञान विषय को बढावा देने एवं बच्चों मे वैज्ञानिक क्षमता का विकास करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है | इसके अन्तर्गत उच्च प्राथमिक शाला बम्हनी मे राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के अंतर्गत प्रदर्शन शाला के रूप में हुनर का झोला , टी एल एम , गणित विज्ञान किट या मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर जिले के कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला नोडल राष्ट्रीय आविष्कार अभियान उमेश रावत, संकुल प्राचार्य महेंद्र कश्यप, मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुये साथ ही ग्रामपंचायत की सरपंच श्रीमती बिसाय कुमेटी के गरिमामय उपस्थित में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ । प्रदर्शनी अवलोकन के दौरान कार्यक्रम समन्वयक श्री रावत ने समस्त शिक्षकों को बनाये गये माडल्स का अध्यापन कार्य के दौरान भरपूर उपयोग करने हेतु प्रेरित किया| इस दौरान पिरमिल फाउंडेशन के श्री बब्बन गांगोडे ने भी बच्चों द्वारा बनाये गये माडल्स व शाला परिसर मे निर्मित शैक्षणिक वातावरण की सराहना की अब उच्च प्राथमिक शाला के शिक्षक इन सभी माडल्स को संकुल के आसपास के सभी स्कूलो के बच्चो तक पहुचाते हुये अध्यापन गतिविधियों को रोचक बनाने हेतु कार्य करेंगे कार्यक्रम मे संकुल के शिक्षक तथा शाला प्रबंध समिति के सदस्य, सरपंच सचिव एवं ग्रामीणजनो ने अपनी उपस्थिती दी और कार्यक्रम की सराहना भी किया । प्रधान अध्यापिका श्रीमती रूपाली सिंह ने बताया राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत आयोजित ‘हुनर का झोला’ कार्यक्रम के तहत, इस प्रदर्शनी कक्ष मे बच्चे विभिन्न साइंस के मॉडल्स और TLM (Teaching Learning Material) FLN (Fun Learning Material) के माध्यम से गतिविधि आधारित शिक्षा ग्रहण कर पायेगे।


बनाये गये मॉडल्स और उपकरणों से बच्चों को साइंस और गणित से संबंधित अनजान और जटिल विषयों को समझाने में मदद मिलेगी। यहाँ प्रदर्शित किए गए उत्पादों में कई कबाड़ से बनाए गए मॉडल्स शामिल हैं, जिनका उपयोग वेस्ट मटेरियल का उपयोग करते हुये उसे पुनः उपयोगी और शिक्षात्मक बनाने में किया गया है। साथ ही बच्चों को समझने की क्षमता को विकसित करने एवं सृजनात्मक क्षमता को बढ़ाने के लिए विभिन्न साइंस और गणित से संबंधित खिलौने भी प्रदर्शित किए गए । यह खिलौने बच्चों मे बौद्धिक क्षमता विकास में सहायक होंगे, ताकि वे विषय को आसानी से समक्ष सकें।

कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों की रुचि और उनकी सोचने की क्षमता को बढ़ाना है, ताकि वे विज्ञान और गणित में अधिक रुचियां ले सकें और वास्तविक जीवन में सामाजिक समस्याओं के लिए नए और अविष्कृत समाधान ढूंढ सकें।

इस कार्यक्रम में शिक्षकों के अद्भुत नेतृत्व और छात्रों की ऊर्जा और उत्साह का सम्मान किया जाना चाहिए। हम उन्हें उत्कृष्टता के लिए प्रशंसा देते हैं और उनके बढ़ते हुए नवाचार का समर्थन करते हैं।


इस साक्षात्कार का उद्देश्य है कि हमारे बच्चे आगे चलकर आविष्कार करने में उत्साहित हों और उन्हें विज्ञान और गणित के क्षेत्र आगे बढने के लिए प्रेरित करें।यह कार्यक्रम हमारे शिक्षा प्रणाली के लिये भी एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है, जो छात्रों को सिखाने के लिए नए और रोचक तरीके प्रदान करता है, साथ ही समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए उनकी सोचने की क्षमता को बढ़ाता कार्यक्रम के सफल संचालन में मुख्य रुप से संकुल समन्वयक श्री बज्जूराम उइके ,नोडल शिक्षिका एवं प्रधान अध्यापीका श्रीमती रूपाली सिंह , प्रभारी शिक्षिका श्रीमती राजेश्वरी भुआर्य एवं अन्य सहयोगी शिक्षक श्रीमती पुष्पलता दुग्गा ,श्रीमती माधुरी सलामे ,श्री रैनू राम कोर्राम ,श्रीमती वेदबती कश्यप ,आशीष उईके आदि का सहयोग मिला।

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