Accident अव्यवस्था कार्यवाही

नारायणपुर जिला पत्रकार संघ के पदाधिकारियों द्वारा कापसी में ट्रक पलटने से दुर्घटना में हुए 16 वर्षीय नाबालिग चालक के परिजनों से भेंट की,माइंस प्रबंधक की बड़ी लापरवाही आया सामने, दुर्घटना के 12 दिन बाद भी जिला पुलिस प्रशासन नहीं कर पाई अब तक कोई कार्यवाही ?

नारायणपुर जिला पत्रकार संघ के पदाधिकारियों द्वारा कापसी में ट्रक पलटने से दुर्घटना में हुए 16 वर्षीय नाबालिग चालक के परिजनों से भेंट की,माइंस प्रबंधक की बड़ी लापरवाही आया सामने,10 दिन बाद भी पुलिस प्रशासन नहीं कर पाई अब तक कोई कार्यवाही ?

न्यूज बस्तर की आवाज@नारायणपुर जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर कापसी में छोटेडोंगर से लौह अयस्क से लदा ट्रक नाबालिग 16 वर्षीय चालक के अनियंत्रित होकर पलटने से मौके में चालक की दर्दनाक मौत हो गई, नारायणपुर जिला पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने छोटेडोंगर पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची,अपने दौरे के दौरान शोकाकुल परिवार से भेंट कर मृतात्मा को शांति एवं मोक्ष की कामना करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किए, परिवारजनों से बातचीत करने के बाद कुछ तथ्य सामने आए जिसमें माइंस प्रबंधक की लापरवाही का परिणाम परिवार को भुगतना पड़ रहा है, अगर समय समय पर माइंस प्रबंधक द्वारा परिवहन कार्य में लगे गाड़ियों के दस्तावेज और ड्राइवरों के लाइसेंस चेक करते तो यह दिन देखना न पड़ता उनकी परिवार को, घटना से पहले भी मृतक चालक जान सागर कश्यप पिता फूलचंद कश्यप द्वारा 2 बार छोटेडोंगर से रायपुर परिवहन कार्य कर चुका था घर में बिना जानकारी दिए जिसके कारण आत्मविश्वास से भरपूर तीसरी बार ट्रक को लेकर गया,दुर्घटना दिन माता पिता के घर में नहीं होने पर भी पुनः महेश कश्यप द्वारा ट्रक को अकेले चालक को देकर परिवहन कार्य हेतु भेजा गया, जिस वक्त ट्रक पलटी उस वक्त नाबालिग चालक ट्रक में अकेला ही था साथ में कोई भी हेल्पर मौजूद नहीं था।

निक्को जायसवाल माइंस प्रबंधक की भी लापरवाही सामने आई

छोटेडोंगर आमदई माइंस में जिले के दो परिवहन संघ स्थानीय दंतेश्वरी परिवहन समिति एवं जिला मालक परिवहन संघ नारायणपुर के कुल 550 से अधिक ट्रक संचालित है जिसमें रोजाना 200- 300 ट्रकों का परिवहन कार्य होता है जिसमें ट्रक लोडिंग प्वाइंट में माइंस प्रबंधक द्वारा किसी भी ट्रक का दस्तावेज (वाहन बीमा,RC कॉपी,PUC Certificate,Road Tax,Mining,फिटनेस) चेक करने का कोई भी तकनीकी स्टाफ का व्यवस्था नहीं किया जाता है और न ही उसका कोई भी पूरा रिकॉर्ड कंप्यूटर सिस्टम से संधारण किया जाता है, केवल 1 गार्ड को सामने बैठाकर आने जाने वाले गाड़ियों का बस रजिस्टर में गाड़ी नंबर और कुछ सामान्य जानकारी को लिखा जाता है, अगर माइंस प्रबंधक द्वारा लोडिंग से पहले सभी गाड़ियों का पेपर एवं ड्राइवर का लाइसेंस बराबर चेक किया जाता होता तो रविवार 27 अक्टूबर को हुई दुर्घटना को टला जा सकता था, जो कि जिले के समस्त 550 से अधिक ट्रक मालिको के हित का कार्य है, ऐसे में ही जिले के ट्रक मालिको द्वारा पिछले 3-4 माह से निरंतर लोडिंग नहीं मिलने के कारण ट्रक मालिक आर्थिक संकट से जूझ रहे है, और इस बीच किसी भी ट्रक मालिक के साथ ट्रक का दस्तावेज या वाहन बीमा नहीं होने के दौरान अगर परिवहन कार्य कराया जाता है तो कोई भी दुर्घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार वह स्वयं होगा और बीमा कंपनी से कोई भी क्लेम की राशि नहीं मिलेगी और दुर्घटना में किसी को मौत हो जाती है तो अगर वो कोर्ट केस कर दे तो मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता राशि के रूप में 15- 20 लाख का मुआवजा भी देना पड़ सकता है, ऐसे में ट्रक मालिको का दर्द और आर्थिक परेशानी को समझा जा सकता है वो किस हालात से गुजर सकते है।

निक्को प्रबंधक ने वाहन दस्तावेज बिना चेक किए परिवहन होने के संबंध में क्या कहा

जब हमारे पत्रकार द्वारा निक्को प्रबंधक एच.एन. झा से इस प्रकार से हो रहे लापरवाही के संबंध में जाना तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि हमारे द्वारा माइनिंग संबंधित दस्तावेज चेक किए जाते है जिसके पश्चात ही टीपी काटा जाता है जिसके बाद ही ट्रक में लोडिंग किया जाता है, बाकी दस्तावेज चेक करना यातायात विभाग (RTO) कि जिम्मेदारी बनती है, हमे इन सभी की जानकारी नहीं थी आपके चैनल द्वारा संज्ञान में दिए जाने के बाद हम इसका भी ध्यान रखेंगे कि कोई भी ट्रक बिना दस्तावेज के लोडिंग न हो।

आमदाई माइंस के चेक प्वाइंट में नहीं वाहन चेक करने का नहीं है कोई व्यवस्था

दिनांक 27 अक्टूबर को हुए दुर्घटना की ग्राउंड रिपोर्ट करने नारायणपुर जिला पत्रकार संघ के पदाधिकारियों का दल आमदाई निक्कों माइंस के लोडिंग प्वाइंट का सर्वे किया दिनांक 31 अक्टूबर को तब वहा की वास्तविक स्थिति को देखने से पूरा पता चला कि किस तरह माइंस प्रबंधक द्वारा लोडिंग से पूर्व गाड़ियों का वाहन चेक करने हेतु कोई भी व्यवस्था नहीं किया जाता है, चेक प्वाइंट में रखे रजिस्टर से जब प्रतिदिन परिवहन कार्य में जाने वाले गाड़ियों को MParivan की website से गाड़ियों की जानकारी निकाली गई जिसके परिणाम स्वरूप प्रतिदिन जिले 10-15 ट्रक ऐसे लोडिंग होकर परिवहन कार्य के लिए जा रहे है जिनके पास वैध दस्तावेज भी नहीं लेकिन माइंस प्रबंधक की लापरवाही के चलते ऐसे ट्रकों का परिवहन कार्य लगातार हो रहा है और इस बीच कोई भी ट्रक किसी भी दुर्घटना का शिकार होता है तो उसकी जवाबदारी माइंस प्रबंधक की होनी चाहिए।

यातायात विभाग द्वारा गढ़बेंगाल चौक में भी नहीं किया जाता वाहनों का चेकिंग

जिला पत्रकारों द्वारा जब वापसी में गढ़बेंगाल चौक में ट्रकों को अव्यवस्थित देख कुछ ट्रक मालिको और ड्राइवरों से बातचीत की तो उनका भी कहना था कि जिला RTO कार्यालय से गढ़बेंगाल चौक में वाहनों का दस्तावेज चेक प्वाइंट होना चाहिए ताकि किसी भी वाहन मालिक को बिना दस्तावेज के परिवहन कार्य करने हेतु कोई समस्या का सामना न करना पड़े, दुर्घटना कभी किसी को बताकर नहीं आती हमेशा गलती ट्रक मालिको की नहीं होती कभी कभी सामने वाले की भी गलती होती है,लेकिन कभी कभी वैध दस्तावेज नहीं होने के कारण जिसका खामियाजा ट्रक मालिको और ड्राइवरों को थाना का चक्कर काटकर करना भी पड़ता है,कभी कभी ट्रक मालिको और ड्राइवरों को वाहन का कौन सा दस्तावेज अपूर्ण है इसकी जानकारी भी नहीं मिल पाती है अगर गढ़बेंगाल चौक में यातायात विभाग द्वारा नियमित रूप से वाहनों का दस्तावेज चेक होगा तो बहुत सारे ट्रक मालिको को लगातार वाहन दस्तावेज संबंधित जानकारी भी मिल जाएगी जिससे जिले के 500- 600 ट्रक मालिको की होने वाली समस्या का भी हल हो जाएगा, जिस प्रकार कुछ दिन पूर्व छोटेडोंगर परिवहन समिति के ट्रक मालिक महेश कश्यप के वाहन का दस्तावेज चेक नहीं होने के कारण वह बिना वाहन बीमा के ही परिवहन कार्य कर रहे थे और जिस वक्त यह दुर्घटना हुआ उस वक्त वाहन बीमा नहीं होने के कारण अब बीमा कंपनी से कोई भी आर्थिक सहायता या वाहन या मृतक के लिए कोई भी क्लेम नहीं मिल पाएगा, जिसके चलते ट्रक मालिक को पूरा आर्थिक वित्तीय भार अनुमानित 15- 20 लाख का खर्च स्वयं को ही उठाना पड़ेगा साथ ही जो कोर्ट कचहरी का जो भी चक्कर लगाना पड़ेगा वो अलग।

ट्रकों का दस्तावेज चेक नहीं होने के संबंध में क्या कहा जिला यातायात प्रभारी

पत्रकारों का दल जब जिला यातायात प्रभारी एस.के.जांगड़े से मुलाकात कर जिले के ट्रक मालिको को अभी एवं भविष्य में इस प्रकार की होने वाली समस्या के बारे अवगत कराया गया तो उन्होंने बताया कि अभी वर्तमान में हमारे पास स्टाफ की कमी है जिसके कारण हम वाहन के दस्तावेजों का नियमित रूप से चेक नहीं कर पा रहे है, उच्च अधिकारियों को भी समस्या से अवगत कराया जाएगा सिपाही मिल जाते है तो जल्द ही गढ़बेंगाल चौक में RTO चेक प्वाइंट स्थापित किया जाएगा। जब तक यातायात विभाग के ओर से कोई व्यवस्था नहीं किया जाता है तो ट्रक मालिको की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह स्वयं अपने वाहन के सभी दस्तावेज पूर्ण रखे ताकि वैध दस्तावेज के चलते कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।

थाना प्रभारी दिनेश चंद्रा ने कार्यवाही के संबंधित में कहा…..

न्यूज बस्तर की आवाज के ब्यूरो चीफ द्वारा थाना प्रभारी नारायणपुर से कार्यवाही के संबंध में जब पूछा तो उन्होंने कहा कि उक्त दुर्घटना का मर्ग कायम कर पी एम के लिए भेजा गया था पी एम रिपोर्ट आने के पश्चात FIR दर्ज कर उचित कार्यवाही किया जाएगा।


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