कोंडागांव पूर्व विधायक मोहन मरकाम के बंगले में तैनात आरक्षक सम्पत मंडावी पिता सुखधर मंडावी निवासी भानपुरी ने बुधवार को फरसगांव क्षेत्र के ग्राम लंजोड़ा बुकापारा के पास स्थित नदी किनारे एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। नदी किनारे गाय बैल चरा रहे ग्रामीण ने फांसी के फंदे पर लटकी युवक की लाश देखकर तत्काल सरपंच और ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। सरपंच ने कोंडागांव थाने को मामले से अवगत कराया। घटनास्थल के कुछ ही दूरी पर मंदिर के सामने उसकी बाइक खड़ी मिली। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीणों का हुजूम लग गया। सूचना पर कोतवाली पुलिस घटना स्थल पर पहुंची मृतक की पहचान कर परिजन को जानकारी दी गई, परिजनों की उपस्थिति में जांच पंचनामा के बाद शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए कोंडागांव के चीरघर भेजवाया गया।*
मोबाइल न मिलने से आशंका जताई जा रही —
मिली जानकारी अनुसार आरक्षक संपत स्वयं की बाइक से वहा गया था। बाइक को शिव मंदिर के सामने खड़ा करके मोबाइल से बात करते हुए नदी किनारे की ओर चला गया। लगभग आधे घंटे बाद जानकारी मिली कि नदी किनारे पेड़ पर युवक की फंदे पर एक लाश लटकी है। जाकर देखे तो वही युवक फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। हालांकि पुलिस को मृतक के तलाशी के दौरान उसका मोबाइल फोन नहीं मिला है। मोबाइल फोन बंद बता रहा है। मोबाइल की पुलिस खोजबीन कर रही है। अंदाज लगाया जा रहा है कि आरक्षक ने किसी से बात करने के बाद मोबाइल को छुपा दिया होगा या कही फेंक दिया होगा। किसी के ले जाने की भी संभावना जताई जा रही।
मृतक आरक्षक 2017 बेच का, ड्यूटी के बाद घर जाने निकला था —-
बताया जा रहा है कि आरक्षक संपत मंडावी पिता सुखधर मंडावी ग्राम भानपुरी थाना फरसगांव निवासी हैं। कोंडागांव जिले में आरक्षक के पद पर 2017 में पदस्थ हुआ था। वतर्मान में कोंडागांव के पूर्व विधायक मोहन मरकाम के बंगले में गार्ड की ड्यूटी कर रहा था। बुधवार की सुबह 10 बजे तक गार्ड की ड्यूटी करने के बाद वह अपनी बाइक में सवार होकर अपने घर ग्राम भानपुरी जाने के नाम से निकला था। इस बीच उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस द्वारा आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश कुमार भी मौके पर पहुँच तहकीकात की।