महतारी वंदन योजना ने बदली महेश्वरी दुग्गा की जीवन
नारायणपुर, 14 जुलाई 2025 जिले के ग्राम बासिंग, विकासखण्ड ओरछा (अबुझमाड़) की रहने वाली श्रीमती महेश्वरी दुग्गा एक सामान्य गृहिणी थीं, जिनके पास हुनर तो था, पर आर्थिक तंगी के कारण वह अपने सपनों को साकार नहीं कर पा रही थीं। सिलाई-कढ़ाई में दक्ष महेश्वरी जी हमेशा चाहती थीं कि वह अपने इस हुनर से कुछ करें, लेकिन संसाधनों की कमी उन्हें रोकती रही।
इसी बीच छत्तीसगढ़ शासन की महतारी वंदन योजना ने उनके जीवन की दिशा बदल दी। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को हर माह 1000 रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। महेश्वरी जी को यह सहयोग मिला, और उन्होंने ठान लिया कि अब वह अपने सपनों को साकार करेंगी।
योजना से प्राप्त राशि को संजोकर उन्होंने उषा की एक सिलाई मशीन खरीदी और अपने हुनर को रोजगार का माध्यम बना लिया। धीरे-धीरे गांव में उनकी पहचान बनने लगी। आसपास के गांवों से भी लोग उनके पास कपड़े सिलवाने आने लगे। उनकी मेहनत रंग लाई और आज वह प्रत्येक माह 05 से 07 हजार रूपये तक की आय अर्जित कर रही हैं।
महेश्वरी कहती हैं कि महतारी वंदन योजना ने मुझे आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हम जैसी महिलाओं के सपनों को पंख दिए हैं। आज मैं गर्व से कह सकती हूँ कि मैं अपने पैरों पर खड़ी हूँ। महतारी वंदन योजना न केवल एक आर्थिक सहायता है, बल्कि यह महिलाओं को स्वाभिमान और स्वालंबन की ओर अग्रसर करने का एक सशक्त माध्यम बन चुकी है। महेश्वरी दुग्गा की यह कहानी उन अनगिनत महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो संसाधनों के अभाव में अपने सपनों को दबाए बैठी हैं।