हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्रवीर वार्ड स्थित स्थानीय लक्ष्मीनारायण मन्दिर में धुमधाम के साथ 14 नवम्बर को गोवर्धन पूजन मनाया जाएगा। मन्दिर के पंडित किशोर तिवारी,पंडित चंदन तिवारी ने बताया विधिविधान के श्री श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में अन्नकूट महोत्सव विगत कई वर्षों से पारंपरिक रूप से मनाया जाता है। जिसमे ग्वालों द्वारा संग्रहित गाय के गोबर से श्री कृष्ण की प्रतिमा को की एक अंगुली में गोवर्धन लिए हुए है, बनाई जाती है, तथा 56 भोग प्रसाद भी लगाया जाता है। इस उत्सव में शहर के अनेक गणमान्य नागरिक प्रबुद्ध जन एवम भक्त वृंद आते हैं। और पूजन के पश्चात भोग प्रसाद सभी को वितरण किया जाता है!
आचार्य पंडित रोमितराज त्रिपाठी ने बताया ऐसी मान्यता है कि,जब कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उँगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएँ उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। सातवें दिन भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और प्रतिवर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा। देश के अनेक स्थानों में दीवाली के दूसरे दिन यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, परन्तु इस वर्ष पंचांग के अनुसार यह पर्व दिवाली के तीसरे दिन अर्थात 14 नंबर को मनाया जाएगा।
अतः आप सभी इस महोत्सव में सादर आमंत्रित हैं।