प्रेस विज्ञप्ति
आत्मसमर्पण
जिला नारायणपुर
दिनांक 04.02.2025
जिला नारायणपुर में आत्मसमर्पण नीति ‘‘माड़ बचाओ अभियान ’’ से प्रभावित होकर 01 महिला व 02 पुरूष समेत कुल 03 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण।
आत्मसमर्पित माओवादी रैनू काटरामी पार्टी मेम्बर व पार्वती कश्यप तथा फगड़ू गोटा मिलिशिया सदस्य के रूप में थे सक्रिय रूप से कार्यरत।
आत्मसमपर्ण के पीछे कारण संगठन के विचारों से मोह भंग और मिली निराशा एवं संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद के चलते किये है आत्मसमर्पण ।
नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान एवं विकास कार्य भी बड़ा कारण रहा। तेजी से बनती सड़के गांव तक पहंचती विभिन्न सुविधिाओं ने इन्हें किया प्रभावित।
आत्मसमर्पित सभी माओवादियों ने कहा कि वे समाज के मुख्यधारा में जुड़कर निर्भीक रूप से चाहते है सामान्य जीवन जीना।
वर्ष 2024 से अब तक 77 से अधिक बडे़-छोटे कैडर के माओवादी कर चुके है आत्मसमर्पण अब जल्द ही पूरा होगा अबूझमाड़ में विकास, सुरक्षा एवं शांति का सपना।
आत्मसमर्पण करने पर सभी माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 25 हजार का चेक प्रदाय किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मुलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।
श्री सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, श्री अमित तुकाराम काम्बले (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर के मार्गदर्शन, श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर एवं श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) अति. पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के निर्देशन में* नारायणपुर पुलिस द्वारा माओवादियों के विरूद्ध क्षेत्र में लगातार चलाये जा रहे नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सल संगठन से 03 माओवादियों केे आत्मसमर्पण की महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
आत्मसमर्पित के नाम/पद
1. रैनू कारटामी पिता स्व. बुधराम उम्र 19 वर्ष जाति गोड़ निवासी भटबेड़ा थाना मालेवाही जिला दन्तेवाड़ा (छ0ग0) पद- पूर्व बस्तर अमदई एरिया पार्टी मेम्बर (पी0एम0)।
2. पार्वती कश्यप पिता बोदी कश्यप उम्र 28 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना ओरछा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- कुतुल एरिया कमेटी मिलिशिया सदस्य।
3. फगड़ू गोटा पिता बिण्डरू गोटा उम्र 20 वर्ष जाति माड़िया निवासी धुरबेड़ा थाना ओरछा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- कुतुल एरिया जनताना सरकार मिलिशिया सदस्य।
माड़ डिवीजन के कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत सक्रिय रूप से नक्सल संगठन में कार्यरत माओवादियों ने क्षेत्र में चलाये जा रहे माड़ बचाव अभियान से प्रभावित होकर एवं माओवादियों की हिंसात्मक विचारधारा से तंग आकर आज दिनांक 04.02.2025 को श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, श्री नरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 41वीं वाहिनी आईटीबीपी, उप पुलिस अधीक्षक सुश्री अमृता पैकरा, श्री आशीष नेताम नारायणपुर के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किये।
आत्मसमर्पण करने पर प्रोत्साहन राशि 25 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा। इस अवसर पर जिला पुलिस बल, बीएसएफ व आईटीबीपी के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। इनके आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला नारायणपुर पुलिस का विशेष प्रयास रहा है ।
माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण के पीछे माड़ और नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे विकास कार्य बड़ा कारण रहा तेजी से बनती सड़कें, गावों तक पहुँचती विभन्न सुविधाओं ने इन्हें प्रभावित किया है। संगठन के विचारों से मोहभंग एवं मिली निराशा, संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद इनके आत्मसमपर्ण का बहुत बड़ा कारण है। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें नई उम्मीद दी है। सुरक्षा बलों के लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में कैम्प स्थापित करने एवं क्षेत्र में चलाये जा रहे आक्रामक अभियानों एवं मारे जाने से उत्पन्न भय ने भी इन्हें संगठन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है।
नारायणपुर एसपी श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) द्वारा बताया गया* कि- शासन की पुनर्वास नीति के फायदे घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। इन्होने आत्मसमर्पण माड़ एवं खुद की भलाई के लिए सोचा है, और ‘‘माड़ बचाओ अभियान” उन्हें अब एक नई आस दी है। माओवादी की विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते है। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा से बाहर निकलने का समय आ गया है, अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके। नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में आकर नक्सली संगठन से जुड़े ग्राम स्तर/पंचायत स्तर/ एरिया स्तर के बड़े व छोटे कैडरों से अपील किया गया कि वे भय मुक्त होकर आत्मसमर्पण कर शासन की पुर्नवास योजना का लाभ लेवें
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