छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से पूछा है कि चीन को लाल आंख क्यों नहीं दिखा रही है. भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार चुप क्यों ह… इसके अलावा पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस मामले में विवादित बयान दिया है. महबूबा मुफ्ती ने अपने ही सैनिकों पर सवाल खड़े किए, अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प को लेकर विपक्ष के नेता लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी केंद्र सरकार से सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा, चीन लगातार हमारी सीमाओं पर अतिक्रमण कर रहा है.
अमेरिका ने भारत-चीन पर क्या बोला?
अमेरिका ने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि समय रहते दोनों ही देशों की सेनाओं ने डिसइनगेजमेंट किया और स्थिति को नियंत्रण में रखा. जारी बयान में कहा गया कि इस बात की खुशी है कि दोनों ही सेनाएं समय रहते पीछे हट गईं. हम स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. हम दोनों भारत और चीन को बातचीत करने के लिए प्रेरित करते हैं, सीमाओं को लेकर जो भी विवाद है, इससे पहले चीन ने भी 9 दिसंबर की घटना पर अपना बयान जारी किया था. आक्रमक होने के बजाय चीन ने तब सिर्फ इतना कहा था कि भारतीय सीमा पर स्थिति ‘स्थिर’ है.
9 दिसंबर को हुआ क्या था?
9 दिसंबर वाली घटना की बात करें तो तवांग में भारतीय पोस्ट को हटवाने के लिए चीनी सैनिक आए थे. भारतीय जवानों ने देखा तो तुरंत मोर्चा संभाला और भिड़ गए. भारतीय जवानों को भारी पड़ता देख चीनी सैनिक पीछे हटे. इस हिंसक घटना में 6 भारतीय जवान घायल हुए हैं, चीन की तरफ से कोई आंकड़ा जारी नहीं हुआ है लेकिन बड़ी संख्या में उसके जवान जख्मी हैं. बताया जा रहा है कि भारत को पहले से ही भनक थी कि चीन तवांग की ओर बढ़ रहा है और वहां पर भारतीय पोस्ट पर कब्जा जमा सकता है. इस वजह से चीन की बड़ी सेना के सामने भारत की तरफ से भी बड़ी संख्या में जवान वहां तैनात कर दिए गए थे. नतीजा ये हुआ कि चीनी सैनिकों को मौके से खदेड़ दिया गया.