Education

विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस के अवसर पर पुस्तकें पढ़ने की संस्कृति के विकास हेतु ग्रंथालय विभाग द्वारा की गई पुस्तकों की प्रदर्शनी

विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस के अवसर पर पुस्तकें पढ़ने की संस्कृति के विकास हेतु ग्रंथालय विभाग द्वारा की गई पुस्तकों की प्रदर्शनी

नारायणपुर, 23 अप्रैल 2025 शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणपुर के ग्रंथालय विभाग द्वारा विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में भव्य पुस्तकों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। पुस्तकों की प्रदर्शनी का उद्द्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.आर. कुंजाम, आईक्यूएसी प्रभारी श्री आर. के. यादव, सहायक प्राध्यापक डॉ योगेंद्र कुमार एवं लाइब्रेरियन श्री संजय कुमार पटेल के द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य ने छात्र छात्राओं तथा महाविद्यालय के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नियमित रूप से पुस्तकों का अध्ययन अपनी मानसिक शक्ति, कल्पनाशीलता, लेखन और संचार कौशल तथा स्मरण क्षमता में वृद्धि हेतु नियमित रूप से करने को कहा।


इस अवसर पर महाविद्यालय के लाइब्रेरियन श्री संजय कुमार पटेल ने बताया कि विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस प्रतिवर्ष 23 अप्रैल को पूरी दुनिया मे मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा 1995 से की गई,तब से प्रति वर्ष 23 अप्रैल को पूरी दुनिया मे लोगो को पुस्तकों के प्रति आकर्षित करने एवं उन्हें पुस्तकें पढ़ने हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। यह दिवस सामुदायिक पठन पाठन के संस्कृति को पूरी दुनिया मे विकसित करने और पुस्तकों के पढ़ने की परंपरा का विकास समाज मे प्रत्येक उम्र के लोगो के अंदर करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।


महाविद्यालय के लाइब्रेरियन ने यह भी बताया कि यह दिवस मुख्य रूप से लेखकों एवं प्रकाशकों को महत्व एवं सम्मान देने तथा समाज और शैक्षणिक संस्थाओं में पुस्तकालयों की उपयोगिता एवं महत्व को प्रदर्शित करने के लिए भी मनाया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि 23 अप्रैल को दुनिया के कई महान लेखकों तथा साहित्कारों की पुण्यतिथि तथा जन्मतिथि भी पड़ती है,इसलिए 23 अप्रैल को ही यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। उन महान लेखकों में विलियम शेक्सपियर, मैनुअल डे सर्वेट्स और कई अन्य महान लेखक सम्मिलित है। यह दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य छात्र छात्राओं को पुस्तकों के महत्व तथा उनको पढ़ने से होने वाले लाभों के बारे में अवगत कराने के साथ ही उन्हें पुस्तकालय उपयोग तथा पुस्तकें पढ़ने हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया। पुस्तकें हमें असफलताओं से प्रेरणा लेने और सही मार्ग दिखलाने में सहायक है। पुस्तकों के अध्ययन से हमारे मस्तिष्क में नए विचारों का आगमन होता है। इस अवसर पर महाविद्यालय के अतिथि व्याख्याता डॉ मीनाक्षी ठाकुर,डॉ. विजय लाल तिवारी,बुक लिफ्टर श्री मेष राम ठाकुर ,छात्र छात्राएं तथा महाविद्यालय के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *