सुरक्षा बलों के लगातार प्रयासों से कुल 4 माओवादियों ने किये आत्मसमर्पण
प्रेस टीम कमाण्डर एवं माड़ डिविजन कम्यूनिकेशन कमाण्डर एलओएस सदस्य सहित अन्य सभी माओवादियों ने समाज की मुख्य धारा में जुड़ने की ली शपथ।
🔹 जिला नारायणपुर के कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत सक्रिय थे आत्मसमर्पित माओवादी।
🔹 वर्ष 2025 में जिला नारायणपुर अन्तर्गत अब तक कुल 101 बड़े/छोटे कैडर के माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
🔸 माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 50 हजार का चेक प्रदाय किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मुलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा
🟪 वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में नारायणपुर पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा माओवादियों के विरूद्ध क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाव’’ अभियान चलाये जा रहे है।
🟪 नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर आज दिनांक 24.04.2025 को श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, श्री सुशील कुमार नायक अति. पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, श्री मो औबेदुल्लाह खान टूआई सी 41वी वाहनी आईटीबीपी, उप पुलिस अधीक्षक, डॉ. प्रशांत देंवागन, सुश्री अमृता पैकरा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किये। आत्मसमर्पण करने पर सभी को प्रोत्साहन राशि 50 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा। इस अवसर पर अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
🟪 आत्मसमर्पित के नाम/पद
1. समीर कश्यप पिता पडरू उम्र 23 वर्ष निवासी भटनार थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ.ग.) पद- माड़ डिविजन कम्यूनिकेशन टीम कमाण्डर, ईनामी 3 लाख
2. बैसाखू नुरेटी उर्फ देवलाल उर्फ अमित पिता स्व. चैतू उम्र 30 निवासी सितरम थाना बांदे जिला कांकेर (छ.ग.) पद- प्रेस टीम कमाण्डर एसीएम, ईनामी 5 लाख
3. फुलमति उर्फ फूलो पिता बुधरू उम्र 30 वर्ष निवासी निवासी सितरम थाना बांदे जिला कांकेर (छ.ग.) पद- एलओसएस सदस्य व प्रेस टीम सदस्य ईनामी 1 लाख
4. कमल सिंह उर्फ कमलेश उसेण्डी उम्र 18 वर्ष निवासी उसेबेड़ा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ.ग.) पद- बिनागुण्डा जन मिलिशिया, पार्टी सदस्य, ईनामी 1 लाख
🟪 छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति नियद नेल्लानार के वृहत प्रचार-प्रसार एवं बड़े कैडर के माओवादियों के आत्ससमर्पण पश्चात सरकार द्वारा उनको दी जा रही विभिन्न सुविधाओं से पुनर्वास की प्रक्रिया की सरलता से प्रभावित होकर ये सभी माओवादी आत्मसमर्पण किये है।
🟪 माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण के पीछे माड़ और नारायणपुर जिले में लगातार चलाये जा रहे विकास कार्य तेजी से बनती सड़कें, गावों तक पहुँचती विभिन्न सुविधाओं ने इन्हें प्रभावित किया है। संगठन के विचारों से मोहभंग एवं मिली निराशा, संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद इनके आत्मसमर्पण का बहुत बड़ा कारण है। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें नई उम्मीद दी है। आत्मसमर्पित माओवादी क्षेत्रान्तर्गत सक्रिय रूप से कार्यरत रहे है।
🟪 आने वाले समय में और भी नक्सलियों के संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण करने की गोपनीय आसूचना है। आत्मसमर्पण कराने में नाराणपुर पुलिस एवं आईटीबीपी, बीएसएफ का विशेष योगदान है। इस प्रकार नक्सलियों का हो रहे आत्मसर्पण से शीर्ष माओवादी कैडर के लिए बड़ा नुकसान हुआ है। नक्सल मुक्त माड़ बचाव अभियान की कल्पना साकार रूप ले रहा है।
🟪 एसपी नारायणपुर श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) ने बताया कि सरकार की पुनर्वास नीति के फायदे, घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। इन्होने आत्मसमर्पण माड़ एवं खुद की भलाई के लिए सोचा है, और ‘‘माड़ बचाओ अभियान” ने उन्हें अब एक नई आस दी है। माओवादी की विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते है। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा से बाहर निकलने का समय आ गया है। अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके।