उप मुख्यमंत्री ने किया लघु वनोपज वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना
कुंदला के गंगा माई महिला स्व सहायता समूह को तिखुर प्रसंस्करण हेतु किया गया मशीन वितरण
तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका पहनाकर किया उनका सम्मान
नारायणपुर, 03 जुलाई 2025 प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं गृह, जेल, पंचायत, ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री विजय शर्मा तथा संसदीय कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप ने बुधवार को जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान लघु वनोपज वाहन को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका पहनाकर उनका सम्मान किया।
दौरे के दौरान श्री शर्मा एवं वन मंत्री ने एससीए योजना विशेष केंद्रीय सहायता के अंतर्गत स्थापित वन धन विकास केंद्र नारायणपुर एवं बेनूर से लघु वनोपज संग्रहण एवं प्रसंस्करण के लिए विशेष वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन वाहनों के संचालन से वनोपज संग्राहकों को उनके उत्पादों के संग्रहण, परिवहन और प्रसंस्करण में सुविधा प्राप्त होगी तथा उनकी आय में बढ़ोत्तरी संभव हो सकेगी। कार्यक्रम में तेंदूपत्ता संग्राहकों को सम्मानपूर्वक चरण पादुका पहनाकर वितरण किया गया। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा हमारा उद्देश्य वनों में निवासरत भाई-बहनों के जीवन में खुशहाली लाना है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को न केवल पारिश्रमिक में वृद्धि दी गई है, बल्कि उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा को लेकर भी प्रभावी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 12 लाख 40 हजार से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहक सीधे तौर पर केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा तेंदूपत्ता एवं अन्य लघु वनोपज पर आश्रित परिवारों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वन धन विकास केंद्रों के माध्यम से संग्राहकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल रहा है, जिससे उन्हें शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री और वन मंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को संग्रहण पारिश्रमिक की राशि का चेक सौंपा तथा चरण पादुका पहनाकर उनका सम्मान किया। ग्राम कुंदला की गंगा माई महिला स्व सहायता समूह को तिखुर प्रसंस्करण मशीन प्रदान की गई, जिससे समूह की महिलाएं अब स्थानीय स्तर पर तिखुर उत्पादन और विपणन कर आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, उपाध्यक्ष प्रताप सिहं मण्डावी, जनपद पंचायत अध्यक्ष पिंकी उसेण्डी, जनपद पंचायत ओरछा अध्यक्ष नरेश कोर्राम, जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव भीम सिंह, कमिश्नर बस्तर डोमन सिंह, आईजी बस्तर सुन्दरराज पी., कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं, पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन गुरिया, जिला पंचायत सीईओ आकांक्षा शिक्षा खलखो, वनमण्डलाधिकारी शशिगानंदन के. सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।