भाजपा पार्षद दल के अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने का साहस नहीं दिखा पायी कांग्रेस, जगजाहिर हुई कांग्रेस की कलह व आपसी फूट
कांग्रेस बताये कि किन कारणों से महापौर समेत 29 कांग्रेस पार्षदों को राजधानी रायपुर ले जाने विवश होना पड़ा
विधानसभा चुनाव के पूर्व ही कांग्रेस ने भाजपा के सामने स्वीकारी पराजय
न्यूज़ बस्तर की आवाज़@जगदलपुर,29 अगस्त 2023/ सत्ताधारी कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी के सामने अपनी हार स्वीकार कर ली है। कांग्रेस की महापौर के विरुद्ध भाजपा पार्षद दल द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने का हौसला व ताकत महापौर समेत कांग्रेस पार्षद दल नहीं जुटा पाया और सम्मिलन में शामिल न होकर पीठ दिखा कर पलायन कर गया। यह भाजपा की जीत व कांग्रेस की हार है। मोतीलाल नेहरू वार्ड के भाजपा पार्षद आलोक अवस्थी ने कहा कि कांग्रेस की कलह जगजाहिर हो गयी है। कांग्रेस को बताना चाहिये कि नगर निगम में सत्तासीन व बहुमत होने के बाद भी उन्हें किन कारणों से अपने 29 कांग्रेसी पार्षदों को महापौर समेत राजधानी रायपुर ले जाने विवश होना पड़ा ?
भाजपा पार्षद आलोक अवस्थी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव विफल नहीं हुआ है बल्कि कांग्रेस विफल हुई है और स्वयं कांग्रेस ने ही जनता के समक्ष यह बात साबित कर दी है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, बस्तर के सांसद- विधायक भी उनके ही है, नगर निगम में कांग्रेस का भारी बहुमत भी है, फिर भी कांग्रेस अपने पार्षदों को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने सम्मिलन में शामिल नहीं होने दिया, इसका सीधा अर्थ है कि कांग्रेस को अपने ही निर्वाचित पार्षदों पर विश्वास नहीं है, या फिर आपसी लड़ाई व अपनी उपेक्षा से परेशान नाराज़ कांग्रेसी पार्षद कांग्रेस संगठन के नियंत्रण से ही बाहर हो गये हैं।
आलोक अवस्थी ने कहा कि महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को गिराने के लिये मैदान छोड़ कर भागने की यह रणनीति प्रदेश की सत्ता संभाल रही कांग्रेस को शोभा नही देती। भाजपा के समस्त 19 पार्षद संगठन के मार्गदर्शन में आरंभ से सम्मिलन में शामिल होने तक मजबूती से खड़े रहे। शहर की जागरूक जनता पलायन करने वाली सत्ताधारी कांग्रेस से जवाब मांग रही है।