श्री केंद्रीय विद्यालय नारायणपुर में पुस्तकोपाहार कार्यक्रम का समापन
न्यूज बस्तर की आवाज @दिनांक 06.04.2024 पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय नारायणपुर में विगत मार्च के अंतिम सप्ताह से 12.04. 2024 तक पुस्तकोंपहार का आयोजन किया गया ।जिसके अंतर्गत कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक के सभी विद्यार्थी जिन्होंने अप्रैल में वार्षिक परीक्षा में उत्तीर्ण होकर अगली कक्षा में चले गए ।वे सभी विद्यार्थी अपने पिछली कक्षाओं के सभी पाठ्य पुस्तकों को विद्यालय लाइब्रेरी में उपहार स्वरूप भेंट किए।यह केंद्रीय विद्यालय संगठन की एक अनूठी व अविस्मरणीय परंपरा परंपरा है।
जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों ने 2013 पुस्तकें विद्यालय को उपहार स्वरूप भेंट किए। विद्यालय प्रशासन ने उन पुस्तकों को ऐसे विद्यार्थियों को दिए जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है और जो पुस्तक लेने में समर्थ नहीं है।
समापन समारोह के अवसर पर विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य श्री विश्वा नंद चंद्रा ने पर्यावरण संरक्षण और सरोकार पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि
कागज के निर्माण के लिए पेड़ काटा जाता है। अतः ऐसे ही सबके प्रयासों के परिणाम स्वरूप पेड़- पौधे और उसमें रहने वाले पशु- पक्षी और सूक्ष्म जीव जंतुओं को भी विलुप्त होने से बचाया जा सकता है। जो हमारे पारिस्थितिक तंत्र के लिए अत्यंत ही आवश्यक है।
ऐसे में हमारा महत्त्वपूर्ण योगदान इस प्रकृति, समाज , राष्ट्र और विश्व के लिए बनता है कि हम अपने द्वारा पढ़ी गई पुस्तकों को संभाल कर रखें और उन विद्यार्थियों को पुस्तकों को भेंट करें जो पुस्तक नहीं खरीद पाते हैं। इससे दो लाभ है। एक तो ऐसे विद्यार्थी, जो पुस्तक नहीं ले पाते उनके लिए हमारी ओर एक अच्छा सहयोग होगा और दूसरा कि जब हम बार-बार पुस्तक नहीं खरीदेंगे तो पेड़ भी कटने से बचेंगे।
“किताबों मे असीम शक्ति होती।
जो व्यक्ति को सदैव
ऊँचा उठाकर रखती।”
-महान शिक्षाविद
सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन
इस अवसर पर विद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार सिद्धार्थ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थी ही राष्ट्र के भविष्य और कर्णधार हैं। जो इस राष्ट्र को विश्व में सर्वोच्च शिखर तक पहुंचाएंगे। अतः हमें ऐसे विद्यार्थियों के मन में प्रकृति के प्रति ,लगाव व अपन्त्त्व का होना अति आवश्यक है।
इस समारोह के अंतिम सोपान में धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के स्नातकोत्तर शिक्षक अनिल कुमार शर्मा ने दिया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी विद्यार्थीगण एवं शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।