समीक्षा बैठक

कलेक्टर ने शालाओं और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के संबंध में ली प्रेस वार्ता युक्तियुक्तकरण से बच्चों को मिलेंगी अच्छी शिक्षा, बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधाएं शिक्षक विहीन विद्यालयों में युक्तियुक्तकरण से होगी शिक्षकों की उपलब्धता

कलेक्टर ने शालाओं और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के संबंध में ली प्रेस वार्ता

युक्तियुक्तकरण से बच्चों को मिलेंगी अच्छी शिक्षा, बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधाएं

शिक्षक विहीन विद्यालयों में युक्तियुक्तकरण से होगी शिक्षकों की उपलब्धता

नारायणपुर, 06 जून 2025 कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शालाओं और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के संबंध में प्रेस वार्ता ली। इस अवसर पर अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद, पत्रकार एवं मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कलेक्टर ममगाईं ने कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के लिए शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। नगरीय क्षेत्र में छात्रों की तुलना में अधिक शिक्षक पदस्थ हैं, जबकि ग्रामीण और दुर्गम अंचलों की शालाओं में स्थिति इसके विपरीत है। वहां शिक्षकों की कमी है, जिसके कारण शैक्षिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं और छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम भी प्रभावित हो रहा है। इस स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से ही प्रदेश सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण का कदम उठाया गया है। इससे जिन शालाओं में शिक्षक की जरूरत है, वहां शिक्षक उपलब्ध होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में गणित, रसायन, भौतिकी और जीव विज्ञान जैसे अन्य विषयों के विषय-विशेषज्ञ उपलब्ध होंगे। बच्चों को अच्छी शिक्षा, बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। कुल मिलाकर युक्तियुक्तकरण के माध्यम से छात्र-शिक्षक अनुपात स्कूलों में संतुलित हो, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप शिक्षकों और शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया गया है।

जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद ने जानकारी दी कि नारायणपुर जिले में 132 शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। हायर सेकेंडरी स्कूल में व्याख्याता 01, पूर्व माध्यमिक शाला में शिक्षक 49, प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक 10, प्राथमिक शाला में 72 सहायक शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। जिले में 14 प्राथमिक शाला शिक्षक विहीन थे, जिसमें शिक्षकों का नई पदस्थापना की गई है। प्राथमिक शाला एकल शिक्षक 108 और माध्यमिक शाला एकल शिक्षक 05 में भी शिक्षकों की नई पदस्थापना करने से शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में अब पर्याप्त शिक्षक पदस्थ किया गया है। उच्च प्राथमिक शाला जबगुण्डा, थुलथुली, रोहताड़, गोमागाल, कोंगे, आदेर, तोयनार, रेकावाया, लंका, जाटलूर, काकावाड़ा, छोटेटोण्डाबेड़ा, दुटाखार, पुंगारपाल, गारपा, पुसवालपारा, हितवाड़ा, कोडोनार, कन्या आश्रम शाला डुंगा, नेलांगुर, हिरंगई, धोबिनपारा, बालक आश्रम टाहकावाड़ा, प्राथमिक शाला आलवाड़ा, घोट और मरकाबेड़ा में शिक्षकों की कमी को युक्तियुक्तकरण के तहत् शिक्षकों की पदस्थापना की गई है। नए शिक्षा सत्र से जिले के सभी स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ति के साथ स्कूल प्रारंभ किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 2024-25 के तहत् कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणाम में 84 प्रतिशत और 12वीं में 82 प्रतिशत विद्यार्थी उतीर्ण रहे।

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