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छ.ग. कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रभारी महामंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश कमेटी के पार्टी फंड का 5 करोड 89 लाख रुपया का पार्टी कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल द्वारा अपने मित्र और पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा के ऊपर षड़यंत्र पूर्वक गबन करने का लगाया आरोप

छ.ग. कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रभारी मंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश कमेटी के कोष का 5 करोड 89 लाख रुपया षड़यंत्र पूर्वक गबन करने का लगाया आरोप

न्यूज बस्तर की आवाज@ भिलाई/ लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है, जैसा कि दो दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं अन्य कार्यकर्ताओं के विरुद्ध ED ने FIR दर्ज कराकर, भूपेश बघेल की लोकसभा सीट से चुनाव लडने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, और एक समस्या खत्म नहीं हुई कि लगातार पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया, अब समझ में नहीं आ रहा है कांग्रेस पार्टी को कि वो पहले अपने कार्यकर्ताओं से लड़े कि लोकसभा चुनाव लड़े। 18 मार्च को सोशल मीडिया में एक उसी प्रकार पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दीपक बैज को लिखा गया आरोप पत्र जमकर वायरल हो रहा है जिसमे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी फंड से 5 करोड़ 89 लाख के गबन का आरोप लगाया गया है।

अरुण सिंह सिसौदिया ,AICC सदस्य ,पूर्व प्रभारी महामंत्री सगठन व प्रसाशन,छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दीपक बैज अध्यक्ष, छ.ग. प्रदेश कांग्रेस कमेटी को पत्र लिखकर पार्टी के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार रहे  विनोद वर्मा पर लगाया पार्टी फंड में 5 करोड़ 89 लाख के गबन का आरोप।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल द्वारा अपने मित्र और पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा जी के बेटे की कंपनी टेसू मीडिया लैब गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रुपए बिना प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम जी व प्रभारी महामंत्री की जानकारी व अनुमति के भुगतान किया गया

AICC सदस्य एवं पूर्व प्रभारी महामंत्री द्वारा दीपक बैज को अपने पत्र के माध्यम से पूरी पार्टी फंड गबन की जानकारी दी और कहा कि जबकि कोषाध्यक्ष को कार्यादेश जारी करने अनुमति नहीं और पार्टी बायलोज के अनुसार प्रदेश कार्यकारणी में प्रस्ताव लाकर पास करना आवश्यक है और प्रदेश अध्यक्ष के नोट शीट ऐप्रूवल लिया जाना जरूरी है।

उनके द्वारा पार्टी में चल रहे गुटबाजी एवं मनमानी और कार्यकर्ताओं के साथ किए जा रहे भेदवाव और पक्षपात की जानकारी दी “विदित हो की सरकार आने के बाद भी सगठन को किसी प्रकार आर्थिक सहयोग नहीं दिया जाता था हमारे द्वारा कई बार बैठक में और प्रभारी कुमारी सैलजा जी से अनुरोध व मांग करने के बावजूद ब्लाक अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष को 5-10 हजार मासिक सगठन के कार्य करने नहीं दिया गया पर अपने परिवार के लोगों को एक कमरे में बैठकर कार्यादेश व गवाह निजी लोगों को बनाकर भुगतान कर दिया गया, साथ ही जो रकम 10 लाख 6 लाख व 3 लाख यानि 19 लाख प्रति माह मुगतान किया गया वो वर्तमान में 10 गुना है यानि प्रति माह 20 लोगो की टीम 3 लाख में कार्य कर रही है जैसा की आपको पूर्ण विदित है।”

AICC सदस्य एवं पूर्व प्रभारी महामंत्री ने विधानसभा चुनाव में हुए करारी हार का ठीकरा भी ऊपर बैठे कुछ लोगो पर फोड़ा और कहा कि 5 साल में ही सरकार और सगठन में मनमानी करने वाले गिरोह को पार्टी से बाहर किया जाए व हार के जिम्मेदार लोगो को सक्रिय राजनीति व पार्टी से दूर रखा जाए तभी पार्टी का उत्थान संभव है।

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