न्यूज़ बस्तर की आवाज@जगदलपुर। शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में शनिवार को कार्यपरिषद की बैठक होनी थी। इस बैठक का एनएसयूआई व कांग्रेस पदाधिकारियों ने विरोध किया। इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक रेखचंद जैन भी शामिल थे। उनके व अन्य कांग्रेसी नेताओं के प्रदर्शन की वजह से कार्यपरिषद की बैठक टल गई। इस मामले पर पूर्व छात्र नेता व भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री जयराम दास ने कड़ा विरोध दर्शाया है। जयराम दास ने जारी बयान में कहा है कि पूर्व विधायक रेखचंद जैन जब सत्ता में काबिज थे तब उन्होंने धरमपुरा शासकीय काकतीय पीजी कालेज की जमीन पर अवैध कब्जा कर कौन सा छात्र हित साध लिया था।
तत्कालीन शासन–प्रशासन की शक्ति का दुरुपयोग कर उन्होंने सिर्फ और सिर्फ ठेकेदारी के लिए कॉलेज की जमीन में अवैध निर्माण करवाया है। तब इस अवैध निर्माण का विरोध मैने और अन्य छात्रों ने किया था । तब रेखचंद जैन ने पोस्ट मैट्रिक हॉस्टल के छात्रों की बिजली पानी सप्लाई कटवा दी थी । छात्रों को जेल तक भिजवाने धमकाया था। कार्यपरिषद विश्वविद्यालय की संवैधानिक शक्ति हैं। उसकी बैठक न होने देना बस्तर के आदिवासी छात्रों के हितों पर कुठाराघात है,उन्हें इस कृत्य के लिये सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।