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अतिरिक्त कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई महिला डाक्टरो के प्रति गंदी सोच रखना बंद करें एडीएम सहाब महिला कर्मचारियों को आधीरात को अपने घर बुलाकर प्रताडित करना छोड़ दें -नरेन्द्र नाग अध्यक्ष बस्तर लोकसभा आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़

अतिरिक्त कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई महिला डाक्टरो के प्रति गंदी सोच रखना बंद करें एडीएम सहाब महिला कर्मचारियों को आधीरात को अपने घर बुलाकर प्रताडित करना छोड़ दें -नरेन्द्र नाग अध्यक्ष बस्तर लोकसभा आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़

*घटिया इंजेक्शन,अमानक दवाएं तो कहीं अस्पताल में उपकरण ही नहीं है स्वास्थ्य विभाग खुद ही बीमार-रामलाल दुग्गा ब्लाक अध्यक्ष आम आदमी पार्टी नारायणपुर*

*सीजीएमएससी घटिया दवाओं सप्लाई रोकने में नाकाम, सरकार को मरीजों की जान की परवाह नहीं-परमित दुग्गा*

रायपुर, 22 जून 2025। आम आदमी पार्टी के बस्तर लोकसभा अध्यक्ष नरेन्द्र नाग ने जिले की खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और भाजपा सरकार के आम जनता के स्वास्थ्य के प्रति गैरजिमेदार रवैये पर कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को चौपट कर दिया है। नारायणपुर जिले में कुछ दिनों पहले अतिरिक्त कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई ने घर बुलाकर महिला डाक्टर के साथ अभद्र व्यवहार कर ये साबित कर दिया है कि बीजेपी की सांय सरकार में भगवान जैसे डाक्टर भी बड़े अधिकारियों के गलत व्यवहार का शिकार हो रहे अधिकारी राज सांय सरकार में हावी है नेताओं के गुलामी करने वाले अधिकारियों को जिले मे कलेक्टर से ज्यादा पावर दी गई है ऐसा प्रतीत होता है इसी का फायदा लगातार पंचभाई उठाते आ रहे हैं कई छोटे कर्मचारी इसके शिकार हैं ऐसे अधिकारी पिछड़े क्षेत्रों में पूंजीपतियों व भष्ट्राचारियो का साथ निभाते निभाते अपने कर्तव्यों का पालन करना भूलकर निजी स्वार्थ के लिये काम कर रहे हैं अगर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई महिला कर्मचारियों के प्रति इतनी गंदीसोच ना रखें जिला प्रशासन नारायणपुर में विभागीय शिकायतो या अन्य शिकायतो पर जांच के नाम पर कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की शिकायत आते रहती है ओर तो ओर गलत तरीके से व्यवहार करते रहते हैं ऐसे गैरजिम्मेदार अधिकारी के दबाव के कारण छोटे कर्मचारियों का मनोबल टूट जाता है ये मामला एक उदाहरण है जिससे स्वास्थ्य विभाग नारायणपुर के कर्मचारियों का हौसला टूटना स्वाभाविक है जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एक होकर कलेक्टर को अल्टीमेटम देकर कार्यवाही करने की मांग रखी है अगर कार्यवाही नही होती है तो 24 जून से ओपीडी बंदकर विरोध प्रदर्शन करने की बात कहीं है जिससे स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था ओर चरमरा जायेगी जिसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
नरेन्द्र नाग ने आगे बताया कि जिला अस्पताल में टूटी हुई हड्डियों, दुर्घटनाओं में फ्रैक्चर, गंभीर चोटों और कैंसर के रोगियों को सर्जरी के लिए बाहर जाना पड़ रहा है ओर जगदलपुर हास्पीटल में एक या दो दिन नहीं बल्कि महिनो तक इंतजार करना पड़ता है। कई बार मरीजों को ऑपरेशन थियेटर में ले जाने के बाद वापस लाया जाता है। इससे गंभीर रोगियों की जान का जोखिम बढ़ जाता है। राजधानी की अम्बेडकर अस्पताल के मामले में मई 2025 में बिलासपुर हाईकोर्ट ने प्रदेश की राजधानी रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं पर संज्ञान लिया था। मरीजों को हो रही परेशानी को मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से संज्ञान लेकर स्वास्थ्य सचिव से कोर्ट ने जवाब मांगा था। जिस पर अब तक सरकार द्वारा जवाब पेश नहीं किया जा सका ऐसे ही नारायणपुर जिला हास्पीटल का भी की मामले है जिसपर जिला प्रशासन पर्दा डालने का काम करता है।

ब्लाक अध्यक्ष रामलाल दुग्गा ने बताया कि नारायणपुर जिले के कई अस्पतालों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है अबुझमाड़ मुख्यालय में तो लेब टेक्नीशियन ही उपलब्ध नहीं है जिसके कारण मरीजों का नारायणपुर जिला हास्पीटल या अन्य जगह भटकना पड़ता है जबकि जिला खनिज न्यास निधी से लाखों रूपये खर्च कर लेब टेक्नीशियन की नियुक्ति सालों से हो चुकी है ओर लेब टेक्नीशियन बकायदा नारायणपुर में रहकर वेतन प्राप्त कर रहा है जिला प्रशासन नारायणपुर की लापरवाही कहें या जानबूझकर अबुझमाड़ की जनता के साथ छलावा कर रही है ये तो भगवान ही जाने पर नारायणपुर विधानसभा के वनमंत्री व स्थानीय विधायक केदार कश्यप जी की स्वास्थ्य विभाग के लचर व्यवस्था को सुधारने की कोशिश नहीं कर रहे हैं क्षेत्र की जनता किसे गुहार लगाये जिला प्रशासन नारायणपुर से मांग है कि लेब टेक्नीशियन की नियुक्ति ओरछा हास्पीटल में करें ओर क्षेत्रवासियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करायें।

परमित दुग्गा ने कहा कि नारायणपुर जिले के सभी हास्पीटलो में सोनोग्राफी मशीने नहीं ना ही एक्स-रे मशीन नहीं हैं अगर कहीं है भी तो चलाने वाले नहीं हैं जिसके कारण अस्पताल में मौजूद उपकरण धूल खा रहें हैं और जिम्मेदार अधिकारी ऑंखें बंद कर बैठे हैं मरीज बेहाल और नारायणपुर जिला हास्पीटल रिफर सेंटर बनकर रह गया है।

लता राणा शहर अध्यक्ष नारायणपुर कहती हैं कि आये दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसूता की इलाज के अभाव में जिला अस्पताल लाना पड़ता है या जिला अस्पताल में ईलाज ना होने के कारण रिफर कर दिया जाता है जिसके कारण कई गर्भवती माताओं का मौत हो जाती है। फिर भी जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आते हैं ओर क्षेत्रवासियों को असुविधा का सामना कर प्रदेश के प्रायवेट हास्पीटलो का सहारा लेना पड़ता है ओर इलाज के खर्च में लाखों बर्बाद करना पड़ता है नारायणपुर जिले के कई गरीब मजबूर होकर जमीन तक बेचकर अपने परिवार के सदस्यों को बचाने बेहतर इलाज का आश लिये भटकते रहना पड़ता हैं ।

आम आदमी पार्टी नारायणपुर राज्य की साय सरकार से आग्रह करती है कि आम जनता की स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता में रख कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी करें, अन्यथा आम आदमी पार्टी जल्द ही जनता के हक़ के लिए सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगी।
मीडिया
आम आदमी पार्टी नारायणपुर

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