एक हज़ार की सहायता, हज़ारों की उम्मीद: प्रमिला चौधरी की सफलता
नारायणपुर 21, जुलाई 2025 ग्राम डोंगरीपारा, पंचायत ओरछा की रहने वाली श्रीमती प्रमिला चौधरी एक प्रेरणास्पद उदाहरण हैं, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी हार न मानकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया। पति की असमय मृत्यु के बाद तीन बच्चों की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी प्रमिला चौधरी पर आ गई। जीवन की कठिन राहों में उन्होंने हार मानने की बजाय, मनिहारी सामान की एक छोटी-सी दुकान के ज़रिए अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य गढ़ने का संकल्प लिया। यह दुकान मुख्य रूप से ओरछा के साप्ताहिक बाजार पर ही निर्भर थी, जिससे आय सीमित थी।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना के अंतर्गत उन्हें प्रतिमाह 1000 रुपये की सहायता राशि मिलनी शुरू हुई, तो उन्होंने इस राशि का उपयोग अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए किया। उन्होंने अपनी दुकान में अधिक वस्तुएँ शामिल किए जैसे सौंदर्य प्रसाधन, बिंदी, चूड़ियाँ, घरेलू उपयोग की सामग्री आदि जिससे उनकी दुकान आकर्षक और ग्राहकों के लिए उपयोगी बन गई। प्रमिला चौधरी न केवल ओरछा के बाजार में बल्कि पास के छोटेडोंगर बाजार में भी अपनी दुकान लगाती हैं। उनकी आय में दोगुनी वृद्धि हुई है, और अब वे न केवल अपने परिवार की ज़रूरतें पूरी कर रही हैं, बल्कि अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा और जीवन भी दे पा रही हैं। प्रमिला चौधरी छत्तीसगढ़ शासन एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार प्रकट करती हैं, जिनकी योजनाओं से उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला।