छोटेडोंगर महाविद्यालय में आयोजित हुआ ‘जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला
न्यूज बस्तर की आवाज @नारायणपुर/दिनाँक 24/10/2024 को नवीन शासकीय महाविद्यालय, छोटे डोंगर, जिला नारायणपुर में ‘जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत: ऐतिहासिक, सामाजिक, आध्यात्मिक योगदान’ विषय पर एक दिवशीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य जनजाति समाज के जननायकों के महत्वपूर्ण योगदान को समाज के समक्ष प्रस्तुत करना था।
महाविद्यालय के प्राचार्य श्री डॉ. योगेंद्र कुमार और श्री अविनाश सहारे (संरक्षक-सहायक प्राध्यापक) द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में. .. मुख्य वक्ता के रूप में माननीय श्री बलीराम नेताम (सामाजिक कार्यकर्ता) उपस्थिति होकर अपने विचार प्रकट किये मुख्य वक्ता ने “जनजाति इतिहास, जनजाति समाज, संस्कृति और महत्वपूर्ण बलिदान को आम जनता तक नही पहुँचने दिया गया क्या कारण थे” इस पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया ।”
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री गिरीश बेलसारिया (ग्राम सरपंच,गौरदंड ) और विशिष्ट अतिथि श्री एम. आर. उईके (प्राचार्य, हाई स्कूल गौरदंड ), श्री फुलेश्वर कचलाम (शिक्षक एवं प्रकल्प प्रमुख, कल्याण आश्रम), श्री सुखदेव बेलसारिया (ग्राम पटेल,गौरदंड ), श्री घनश्याम कचलाम (ग्राम गायता,गौरदंड ) एवं ग्राम गौरदंड के सम्माननीय नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का प्रस्तावना श्री मुनीकांत मंडावी (संयोजक-अतिथि व्याख्याता) द्वारा प्रस्तुत किया गया । तत्पश्चात वीर नारायण जी की वीर गाथा पर आधारित नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया गया, जिसने दर्शकों को प्रेरित किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा कार्यशाला मे रंगोली, एवं जनजाति प्रदर्शनी के माध्य्म से शानदार प्रस्तुति की गयी।
अन्य विशिष्ट अतिथियों ने जनजाति समाज के ऐतिहासिक, सामाजिक, और आध्यात्मिक योगदान पर अपने विचार व्यक्त किए। प्राचार्य ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जनजाति समाज की समृद्ध धरोहर से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।
कार्यक्रम का संचालन श्री जी.आर. श्याम (सह-संयोजक-अतिथि शिक्षण सहायक) ने कुशलता से किया, कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थी एवं अधिकारी कर्मचारीगण मीना देवांगन, ओमिन साहू, कविता धुर्वे, भूपेश कुमार , तीरथ नायक, तिलेश वर्मा, बद्री प्रसाद साहू, संतु कोर्राम उपस्थित थे कार्यक्रम का समापन श्री रवि भारती (अतिथि व्याख्याता) द्वारा आभार प्रकट कर किया गया। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस आयोजन ने जनजाति समाज के गौरवशाली अतीत को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।