न्यूज़ बस्तर की आवाज़@ छत्तीसगढ़ में शनिवार को इंटरनेट की 5-G सेवा लांच हो गई। एक स्थानीय होटल में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिओ 5-G इंटरनेट सेवा का औपचारिक उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री के बटन दबाते ही 1.4 गीगाबाइट-GB की इंटरनेट स्पीड मिली। इसके साथ तेज रफ्तार इंटरनेट सेवा रायपुर और दुर्ग-भिलाई शहरों में शुरू हो गई है। बताया गया, दिसम्बर 2023 तक प्रदेश की सभी तहसीलों तक यह सेवा पहुंच जाएगी।
कंपनी ने अक्टूबर 2022 में देश में 5-G इंटरनेट सेवा शुरू की थी। मध्य प्रदेश के भोपाल-इंदौर में इसे दिसम्बर में लांच किया गया। इस बीच छत्तीसगढ़ में उपकरणों का अपग्रेडेशन जारी रहा। अब इसको आधिकारिक तौर पर लांच कर दिया गया। इस दौरान रिलायंस जिओ ने कुछ वर्चुअल उत्पादों की प्रदर्शनी भी किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, कोरोना काल में इन नेटवर्क का हमने बहुत बेहतर उपयोग किया। सभी बैठकें इसी के जरिये हुई। स्कूल बंद थे तो कक्षाएं भी इंटरनेट के जरिये चले। वर्क फ्राम हो हुआ।
आज जो बच्चे बोलना-समझना शुरू कर दिया वह इंटरनेट से जुड़ गया है। मैं और सत्तू भइया (विधायक सत्यनारायण शर्मा) जैसे लोग आउटडेटेड हो गए हैं। टेक्नोलॉजी बहुत तरक्की कर रहा है। इससे हम सभी को जुड़ना चाहिए। आज रायपुर और दुर्ग-भिलाई में शुरू हुआ है। एक सप्ताह में बिलासपुर भी इससे जुड़ जाएगा। नेटवर्क आधारित मेडिकल इक्यूपमेंट मितानिनों के हाथ में होंगे तो मरीजों को बचाने में बहुत उपयोगी साबित होगा। इससे निश्चित रूप से सुविधाएं बढ़ेंगी, उत्पादन बढ़ेगा और लागत कम होगी। मुख्यमंत्री ने जितनी जल्दी हो सके पूरे प्रदेश में 5-G की सुविधाएं पहुंचाएं।
प्रदेश में 1.90 करोड़ मोबाइल यूजर
रिलायंस जिओ के अधिकारी अमिताभ भाटिया ने बताया, राज्य में इस समय एक करोड़ 90 लाख मोबाइल यूजर हैं। उनमें से एक करोड़ 10 लाख जिओ के ही यूजर हैं। यह किसी भी प्रदेश के मार्केट का सबसे बड़ा हिस्सा है। 75% इंटरनेट कंटेंट कंजप्शन जिओ का ही है। यहां रिलायंस ने 10 हजार टॉवर लगाए हैं। पिछले छह वर्षों में कंपनी ने छत्तीसगढ़ में 6 हजार 700 करोड़ का निवेश किया है। अगले तीन सालों में यहां 3200 करोड़ का निवेश नेटवर्क सुदृढ करने में होने वाला है। कंपनी की ओर से बताया गया, छत्तीसगढ़ में उनके सात हजार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष कर्मचारी है। वहीं 21 हजार से अधिक रिटेलर जुड़े हुए हैं।
यह 5-G नेटवर्क क्या है ?
टेलीकॉम अफसरों का कहना है, 5-G फाइबर एक केबल आधारित सेवा है, जो पहले से शहर में हैं। इससे घर पर एक सीमित रेंज में इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। स्मार्ट टीवी ऑपरेट कर सकते हैं। मगर, जैसे ही आप इस रेंज के बार निकलेंगे नेटवर्क चला जाता है। यहीं पर टॉवर आधारित नेटवर्क की जरुरत पड़ती है। यही सेवा आज से शुरू हो गई।
10 गुना बढ़ जाएगी इंटरनेट की स्पीड ।
5-G एक सॉफ्टवेयर आधारित मोबाइल नेटवर्क का 5वां जनरेशन है। इसे वायरलेस नेटवर्क की स्पीड और एफिसिएंसी बढ़ाने के लिए विकसित किया गया है। 4-G में अभी अधिकतम 100 एमबीपीएस (मेगाबाइट पर सेकेंड) की स्पीड मिल रही है। 5-G में यह स्पीड 10 जीबीपीएस (गीगाबाइट पर सेकेंड) तक पहुंच जाएगी। इसको ऐसे समझें कि 4-G में 150 मेगाबाइट प्रति सेकेंड की दर से डाउनलोडिंग होती है। 5-G में यह स्पीड 10 जीबी प्रति सेकेंड हो जाएगी।
चलती रहेंगी 3-G और 4-G सेवाएं
छत्तीसगढ़ में 5-G सुविधा शुरू होने के बाद भी 3-G और 4-G सुविधाओं पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। सभी निजी कंपनियां 4-G सेवा जारी रखने वाली हैं। सरकारी कंपनी बीएसएनएल 3-G सेवा दे रहा है।
5G इंटरनेट क्या और कैसे 4G से अलग है?
इंटरनेट नेटवर्क की पांचवीं जेनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उप्लब्ध कराती है। इसमें मुख्य रूस से तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
- लो फ्रीक्वेंसी बैंड- एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 एमबीपीएस, इंटरनेट स्पीड कम
- मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 जीबीपीएस, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा
- हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 जीबीपीएस, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा है।