जिला नारायणपुर में माड़ डिवीजन कुतुल/नेलनार/परलकोट एरिया कमेटी के अन्तर्गत कार्यरत 5 महिला माओवादियों ने किये आत्मसमर्पण
सभी आत्मसमर्पित महिला नक्सलियों के उपर 1-1 लाख कुल 5 लाख ईनाम है घोषित
सुरक्षा बलों प्रयासों के फलस्वरुप माओवादी आत्मसमर्पित होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर स्वच्छंद रूप से चाह रहें है सामान्य जीवन जीना
आत्मसमर्पित माओवादी लक्ष्मी वंजामी, सन्नी उर्फ जमली पोडियामी, अनिता उसेण्डी नेलनार एलओस सदस्य व सुकाय* *पोड़ियामी कुतुल एलओए सदस्य तथा कुम्मे पोड़ियामी परलकोट जन मिलिशिया सदस्य के रूप में थे सक्रिय रूप से कार्यरत
नियद नेल्लानार योजना के वृहत प्रचार-प्रसार एवं सुरक्षा बलों द्वारा स्थानीय लोगों के दिलों में जगाया गया विश्वास है
वर्ष 2025 में अब तक कुल 87 बड़े/छोटे कैडर के माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
आत्मसमर्पण करने पर सभी माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 25 हजार का चेक प्रदाय किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मुलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा
🟪 श्री सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, श्री अमित तुकाराम काम्बले (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर के मार्गदर्शन में श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, श्री नरेन्द्र सिंह सेनानी 41वीं वाहिनी आईटीबीपी, श्री दुष्यंत राज जयसवाल सेनानी 29वीं वाहिनी आईईटीबी, श्री राजीव गुप्ता 45वीं वाहिनी आईटीबीपी, श्री संजय कुमार 53वीं वाहिनी आईईटीपी, श्री नवल किशोर 135वीं वाहिनी बीएसएफ, श्री व्ही. के. गिरी 133वीं वाहिनी बीएसएफ एवं अति. पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.), के नेतृत्व में नारायणपुर पुलिस द्वारा आईटीबीपी, बीएसएफ, एसटीएफ की संयुक्त बल साथ माओवादियों के विरूद्ध क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी ‘‘माड़ बचाव’’ अभियान चलाये जा रहे है।
🟪 नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर आज दिनांक 07.04.2025 को श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, उप पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद खलखो, सुश्री अमृता पैकरा, नारायणपुर के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किये। आत्मसमर्पण करने पर सभी को प्रोत्साहन राशि 25 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा। इस अवसर पर जिला पुलिस बल, आईटीबीपी एवं बीएसएफ के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
🟪 आत्मसमर्पित के नाम/पद/ईनाम
1. लक्ष्मी वंजामी पिता स्व. लखमू उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया साकिन गुदाड़ी पंचायत कोडोली थना ओरछा जिला नारायणपुर (छ.ग.) पद- नेलनार एलओएस सदस्य, ईनामी-1 लाख।
2. सन्नी उर्फ जमली पोड़ियाम पिता स्व. लखमा उम्र 30 वर्ष जाति माड़िया साकिन मकसोली थाना धनोरा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- नेलनार एलओएस सदस्य, ईनामी-1 लाख ।
3. कुम्मे पोड़ियाम पिता स्व. सोमारू उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया निवासी तोयापारा/भटबेड़ा पंचायत मण्डाली थाना ओरछा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- परलकोट जन मिलिशिया सदस्य, ईनामी 1 लाख।
4. सुकाय पोड़ियाम पिता बुटलू उम्र 20 वर्ष जाति माड़िया निवासी भटबेड़ा पंचायत मण्डाली थाना ओरछा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- कुतुल एलओएस सदस्य, ईनामी-1 लाख।
5. अनिता उसेण्डी पति सायबो उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया वर्तमान एडजुम थाना ओरछा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- नेलनार एरिया कमेटी रिकरूट, ईनामी-1 लाख।
🟪 छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति नियद नेल्लानार के वृहत प्रचार-प्रसार एवं बड़े कैडर के माओवादियों के आत्ससमर्पण पश्चात सरकार द्वारा उनको दी जा रही विभिन्न सुविधाओं से पुनर्वास की प्रक्रिया की सरलता से प्रभावित होकर ये सभी माओवादी आत्मसमर्पण किये है।
🟪 माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण के पीछे माड़ और नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे विकास कार्य बड़ा कारण रहा तेजी से बनती सड़कें, गावों तक पहुँचती विभिन्न सुविधाओं ने इन्हें प्रभावित किया है। संगठन के विचारों से मोहभंग एवं मिली निराशा, संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद इनके आत्मसमर्पण का बहुत बड़ा कारण है। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें नई उम्मीद दी है। आत्मसमर्पित माओवादी क्षेत्रान्तर्गत सक्रिय रूप से कार्यरत रहे है।
🟪 आने वाले समय में और भी नक्सलियों के संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण करने की गोपनीय आसूचना है। आत्मसमर्पण कराने में नाराणपुर पुलिस एवं आईटीबीपी, बीएसएफ का विशेष योगदान है। इस प्रकार नक्सलियों का हो रहे आत्मसर्पण से शीर्ष माओवादी कैडर के लिए बड़ा नुकसान हुआ है। नक्सल मुक्त माड़ बचाव अभियान की कल्पना साकार रूप ले रहा है।
🟪 एसपी नारायणपुर श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) ने कहा कि सरकार की पुनर्वास नीति के फायदे, घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। इन्होने आत्मसमर्पण माड़ एवं खुद की भलाई के लिए सोचा है, और ‘‘माड़ बचाओ अभियान” ने उन्हें अब एक नई आस दी है। माओवादी की विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते है। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा से बाहर निकलने का समय आ गया है। अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके।